
भोपाल। राजधानी के अयोध्या नगर इलाके में कुत्तों के हमले में मरने वाले 7 माह के बच्चे का शव पुलिस ने शनिवार को श्मशान से निकलवाया। इसके बाद शव को पीएम के लिए भेजा गया। कुत्तों ने मासूम बच्चे का एक हाथ खा लिया था। पूरे शरीर पर जगह-जगह दांत और नाखूनों के निशान थे। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही उसे दफना दिया था। सोशल मीडिया से घटना का पता चलने पर पुलिस हरकत में आई और केस दर्ज किया था।
कलेक्टर ने दिए एफआईआर के निर्देश
नगर निगम कमिश्नर का कहना है कि जांच के बाद जो सामने आएगा, उस तथ्य पर कार्रवाई करेंगे। डॉग स्क्वॉड के जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ भी केस दर्ज किया जा सकता है। वहीं भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि इस मामले में एफआईआर के निर्देश दिए गए हैं।
कार्रवाई में बाधा डालने वालों पर होगा एक्शन : कलेक्टर
इधर, कुत्तों के हमले में मासूम की मौत के मामले में भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का बयान सामने आया है। कलेक्टर बोले, ये संवेदनशील और दुखद मामला है। इस पर प्रशासन और पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया है। हमने एफआईआर के निर्देश दिए हैं। साथ ही नियम अनुसार डॉग्स को पकड़ने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार को 50,000 की सहायता दिलाई है और इसके अलावा भी राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त मदद मुहैया कराई जा रही है। सभी की सुरक्षा सुनिश्चित हो इसके लिए हम बड़े पैमाने पर अभियान चलाएंगे। वहीं निगम की टीम जब कुत्तों को पकड़ने पहुंची तो पेट लवर्स ने कुत्तों को पकड़ने नहीं दिया। इस पर कलेक्टर ने कहा कि जो कोई भी काम में किसी भी तरह से कोई बाधा डालेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। देखें वीडियो…
दिल दहला देने वाला है मामला
मूल रूप से गुना का रहने वाला एक परिवार भोपाल के बिलखिरिया इलाके में किराए से रहता है और मजदूरी करता है। गुरुवार सुबह महिला अपने 7 महीने के बच्चे को लेकर मिनाल गेट नंबर 4 के पास बसे शिवनगर इलाके में मजदूरी करने पहुंची थी। सुबह करीब दस बजे उसने बच्चे को जमीन पर लिटा दिया। कुछ देर बाद देखा तो बच्चा गायब था। आसपास के लोगों पूछा तो किसी ने बताया कि कोई आवारा कुत्ता बच्चे को मुंह में दबाकर ले गया है। महिला आगे बढ़ी तो बच्चा मृत हालत में मिला। बच्चे के शव पर जगह-जगह काटने के निशान थे और उसका बायां हाथ भी नहीं था। उसके बाद महिला अपने बच्चे का शव लेकर चली गई, जिसे परिजनों ने दफना दिया।
जानकारी मिलने के बाद अलर्ट हुई पुलिस
यह जानकारी जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो अयोध्या नगर पुलिस ने जांच शुरू की। गुरुवार को पुलिस ने आसपास के इलाके में पूछताछ शुरू की। रात भर की मशक्कत के बाद पुलिस को एक मोबाइल नंबर मिला। संपर्क करने के बाद पुलिस ने बच्चे के माता-पिता को बुलाया तो वह एक शपथ पत्र लेकर थाने पहुंचे। इसमें लिखा था कि उनके बच्चे की मौत हो गई है, जिसे उन्होंने दफना दिया है और वे कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। इसके आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया। पुलिस जब बच्चे के माता-पिता के बिलखिरिया स्थित घर पहुंची तो पता चला कि बच्चे के पिता की तबीयत खराब हो गई है, इसलिए पूरा परिवार अस्पताल गया है।