
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से हुई बर्बरता को लेकर छात्रों ने ‘नबन्ना अभियान’ प्रदर्शन का ऐलान किया है। इस आंदोलन में उनके साथ मजदूर संगठन भी शामिल हैं। इन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है। नबन्ना भवन पश्चिम बंगला का राज्य सचिवालय है, जो हाबड़ा में मौजूद है। इसके जवाब में कोलकाता पुलिस पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हाबड़ा ब्रिज पर लोहे की दीवार खड़ी कर ब्रिज को सील कर दिया गया है। साथ ही मोबिल का छिड़काव किया गया है, ताकि चिकनाहट की वजह से कोई ब्रिज पर न चढ़ सके। नबन्ना राज्य सचिवालय के पास भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 (CrPC की धारा 144) लगा दी गई है।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर किया लाठीचार्ज
प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस वाटर कैनन की मदद से उन्हें पीछे धकेल रही है। मौके पर भारी तादाद में पुलिसबल तैनात है। नबन्ना प्रोटेस्ट के लिए निकले छात्रों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी है। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया है। इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई है। इसके साथ ही पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं।
ममता ने प्रदर्शन को बीजेपी की साजिश करार दी
इस नबन्ना अभियान प्रदर्शन की अगुवाई पश्चिमबंग छात्र समाज संगठन कर रहा है। इस विरोध प्रदर्शन रैली को संग्रामी जौथा मंच ने भी समर्थन दिया है। ये दोपहर 2 बजे राज्य सचिवालय नबन्ना पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे। ममता ने इस प्रदर्शन को बीजेपी की साजिश करार दिया है। उनका कहना है विपक्ष राज्य में अशांति की स्थिति पैदा करना चाहता है। सचिवालय समेत संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, जो पूरी तरह प्रदर्शन की गतिविधि को लेकर चाक-चौबंद हैं। सड़कों पर जगह जगह बैरिकेडिंग की गई है और सीसीटीवी के जरिए नजर रखी जा रही है। बीजेपी ने इस प्रदर्शन का समर्थन किया है।
हाबड़ा ब्रिज पर बनाई लोहे की दीवार
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हाबड़ा ब्रिज पर लोहे की दीवार खड़ी कर ब्रिज को सील कर दिया गया है। साथ ही मोबिल का छिड़काव किया गया है, ताकि चिकनाहट की वजह से कोई ब्रिज पर न चढ़ सके। छात्रों के इस प्रदर्शन को रोकने के लिए कोलकाता पुलिस ने कई रास्तों को बंद किया है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पुलिस फिलहाल छात्रों को समझाने की कोशिश कर रही है कि वे यहां से हठ जाए।
छात्रों की हैं तीन मांगें
इस प्रदर्शन का आयोजन रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय और कल्याणी विश्वविद्यालय के छात्र मिलकर कर रहे हैं। उनका कहना है कि राजनीति से उनका कोई सरोकार नहीं है। उनके इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगना है। कल्याणी विश्वविद्यालय के एक छात्र ने बताया कि विरोध की शुरुआत एक फेसबुक पोस्ट से हुई थी। इस प्रदर्शन के माध्यम से हमारी तीन मुख्य मांगे हैं। आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा अभया को जल्द से जल्द न्याय मिले। अपराधियों को सजा के तौर पर मृत्यु दंड दिया जाए और इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने पद से इस्तीफा दें। बतौर राज्य की मुखिया, वह पूरी तरफ से नाकाम साबित हुई हैं।
सुरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद
‘नबन्ना अभियान’ को देखते हुए शहर में 6000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। नबन्ना भवन की सुरक्षा के लिए कोलकाता पुलिस और हावड़ा सिटी पुलिस ने 3 सुरक्षा घेरा बनाया है। कोलकाता पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से रैली के रास्तों और जुटने वाली भीड़ के बारे में जानकारी मांगी है। 27 अगस्त को दो शिफ्ट में यूजीसी नेट की परीक्षा होगी। ऐसे में किसी भी उम्मीदवार को परीक्षा सेंटर पर पहुंचने में किसी भी तरह की असुविधा न हो। इसके साथ ही ममता बनर्जी की सुरक्षा को भी बढ़ाया गया है।