
रबात/माराकेश। मोरक्को में शुक्रवार को आए भीषण भूकंप में अब तक 2,012 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं , 2,059 से ज्यादा लोग घायल है, इनमें से 1404 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसके अलावा भूकंप की वजह से कई इमारतें भी ढह गईं, जिसकी वजह से कई लोग बेघर हो गए हैं। वहीं किंग मोहम्मद VI ने 3 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने पीड़ितों को खाना, आवास और दूसरी मदद देने का आदेश दिया है।

120 सालों में सबसे शक्तिशाली भूकंप
मोरक्को जियोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 7.2 थी। वहीं US जियोलॉजिकल सर्वे ने इसकी तीव्रता 6.8 बताई है। भूकंप का केंद्र मोरक्को के मराकेश शहर से करीब 70 किलोमीटर दूर एटलस पर्वत के पास इघिल नाम के गांव में था। भूकंप की गहराई जमीन से 18.5 किलोमीटर नीचे थी। भारतीय समय अनुसार भूकंप सुबह के 3.41 बजे आया पुर्तगाल और अल्जीरिया तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।
संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक यह 120 सालों में उत्तरी अफ्रीका में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है। US जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, इससे पहले 1960 में अगादिर के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था। तब हजारों लोगों की मौत हो गई थी।
कई ऐतिहासिक इमारतों को पहुंचा नुकसान
मोरक्को के मराकेश कई ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। भूकंप से इमारतें मलबे और धूल में तब्दील हो गईं। पश्चिमी अफ्रीका में मौजूद इस देश में आए भूकंप की वजह से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। भूकंप इतना जोरदातर था कि उसका असर मराकेश से करीब 350 किलोमीटर दूर राजधानी रबात में भी देखने को मिला।
भारत हर संभव मदद के लिए तैयार : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा,’मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि से अत्यंत दुख हुआ। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।’
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तुर्की में आया था ऐसा विनाशकारी भूकंप
हाल ही में तुर्की में इस तरह का विनाशकारी भूकंप महसूस किया गया था, जिसमें 45 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। 6 फरवरी 2023 की सुबह तुर्की में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का पहला झटका सुबह 4.17 बजे आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 मैग्नीट्यूड थी। भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था।