
एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्णा के ठिकानों पर आयकर विभाग ने आज गुरुवार को छापेमारी की है। चित्रा रामकृष्ण पर अपने एक अध्यात्मिक गुरु से कारोबार की गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप है। जिससे उनको अवैध आर्थिक लाभ हुआ था। बताया जाता है कि ये अध्यात्मिक गुरु हिमालय का एक अदृश्य योगी है। चित्रा रामकृष्ण ने इन्हीं के कहने पर आनंद सुब्रमण्यम को NSE में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त कर दिया था।
SEBI ने लगाया था 3 करोड़ रुपए का जुर्माना
पिछले दिनों SEBI ने 11 फरवरी को उनपर जुर्माना भी लगाया था। मार्केट रेगुलेटर ने एक्सचेंज की गोपनीय जानकारी को किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा करने के लिए चित्रा पर 3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था।
NSE क्या है?
एनएसई (NSE) भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार है, जिसमें रोजाना 49 करोड़ ट्रांजेक्शन होते हैं। एनएसई का एक दिन का टर्नओवर 64 हजार करोड़ रुपए है। चित्रा 2013 से 2016 के दौरान एनएसई की सीईओ रही और इस दौरान शेयर बाजार के सारे बड़े-छोटे फैसले अज्ञात योगी के इशारे पर होते रहे।
कहीं भी प्रकट हो सकते थे योगी
चित्रा योगी को शिरोमणि कहती थीं, जो उनके मुताबिक एक आध्यात्मिक शक्ति हैं और पिछले 20 वर्षों से व्यक्तिगत और व्यावसायिक मामलों पर उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। चित्रा के मुताबिक, योगी अपनी इच्छानुसार कहीं भी प्रकट हो सकते थे। कई लोग मानते हैं कि सुब्रमण्यम ही अज्ञात योगी है।
सुब्रमण्यन की NSE में नियुक्ति पर सवाल
सुब्रमण्यन 1 अप्रैल 2013 से NSE के चीफ स्ट्रैटजिक एडवायजर रहे थे। और उन्हें 21 अक्टूबर 2016 तक ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर और एमडी और सीईओ के एडवायजर के तौर पर नियुक्त किया गया था। मार्केट रेगुलेटर के आदेश के मुताबिक, रामकृष्ण सुब्रमण्यन को NSE में चीफ स्ट्रैटजिक एडवायजर के तौर पर लेकर आईं थीं। लेकिन चित्रा उन्हें कंसल्टेंट के तौर पर लाईं थीं, उन्हें हफ्ते सिर्फ 3 दिन ऑफिस आना होता था।
आनंद सुब्रमण्यम एनएसई में आने से पहले सरकारी कंपनी Balmer Lawrie में काम कर रहा था और उसकी सैलरी 15 लाख रुपए थी। एनएसई में उसे 9 गुना से भी ज्यादा बढ़ाकर 1.38 करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया।
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अज्ञात योगी को मेल भी भेजती थीं चित्रा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चित्रा ने सेबी को योगी के बारे में बताया कि उनका कोई शरीर नहीं है और वह अपनी इच्छा से कोई भी रूप धारण कर सकते हैं। वह एक रूहानी ताकत हैं, जो हिमालय में विचरण करते हैं। चित्रा [email protected] पर ईमेल भेजकर बातचीत करती थी। वह यहां तक कि एनएसई की संवेदनशील और गोपनीय जानकारियां भी इस ईमेल पर भेजती थी।