
Happy New Year 2025 : आज 31 दिसंबर यानी साल का आखिरी दिन, जब पूरी दुनिया नए साल के जश्न की तैयारियों में जुट जाती है। यह दिन न केवल समय को अलविदा कहने का मौका है, बल्कि आने वाले साल का स्वागत करने का भी प्रतीक है। वहीं रात को 12 बजते ही लोग नए साल यानी साल 2025 का स्वागत करेंगे, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया का कौन-सा देश सबसे पहले नए साल का स्वागत करता है और कौन-सा सबसे आखिरी में?
दुनिया भर में नए साल का जश्न टाइम जोन के अनुसार अलग-अलग समय पर मनाया जाता है। हमारे देश भारत में जहां रात 12 बजे नए साल का जश्न मनाया जाएगा। वहीं कई देशों में तब तक नए साल का जश्न हो चुका होगा।
हार्बर ब्रिज-ओपेरा हाउस के पास भव्य आतिशबाजी
अक्सर लोग मानते हैं कि नए साल का जश्न सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में होता है, क्योंकि वहां से नए साल की तस्वीरें सबसे पहले आती हैं। सिडनी हार्बर ब्रिज और ओपेरा हाउस के पास होने वाली भव्य आतिशबाजी दुनिया भर में मशहूर है। हालांकि, समय के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया किरिबाती के बाद आता है। भारतीय समयानुसार, यहां नया साल शाम 6:30 बजे शुरू होता है।
इसके बाद जापान और दक्षिण कोरिया जैसे एशियाई देश नए साल का स्वागत करते हैं। जापान में नए साल को पारंपरिक रूप से “ओशोगात्सु” कहा जाता है, जिसमें मंदिरों में घंटियां बजाकर और विशेष पकवान बनाकर साल का स्वागत किया जाता है। लेकिन, नए साल का स्वागत करने वाला दुनिया का पहला देश ऑस्ट्रेलिया नहीं है।
सबसे पहले कहां होता है नया साल?
नए साल का स्वागत करने वाले सबसे पहले देश किरिबाती, समोआ और टोंगा हैं। ये देश प्रशांत महासागर में स्थित हैं और अंतरराष्ट्रीय समय रेखा के पास स्थित होने के कारण सबसे पहले नए साल का स्वागत करते हैं। भारतीय समयानुसार, इन देशों में नया साल 31 दिसंबर की शाम 3:30 बजे शुरू हो जाता है।
किरिबाती के कुछ द्वीप जैसे कि लाइन आइलैंड्स, दुनिया के सबसे पहले इलाकों में से हैं जहां 1 जनवरी की शुरुआत होती है। यहां के लोग पारंपरिक गीत-नृत्य और खास व्यंजनों के साथ नए साल का स्वागत करते हैं।
सबसे आखिरी में कहां मनाया जाता है नया साल?
दुनिया में सबसे आखिरी में नए साल का जश्न अमेरिका के बेकर आइलैंड और हाउलैंड आइलैंड में होता है। यहां सूरज सबसे देर से निकलता है। भारतीय समय के अनुसार, जब भारत में 1 जनवरी को शाम साढ़े पांच बजे होते हैं, तब इन द्वीपों पर आधी रात होती है और नए साल का आगाज होता है।
टाइम जोन के अनुसार जश्न का क्रम
नए साल का जश्न टाइम जोन के अनुसार धीरे-धीरे आगे बढ़ता है। किरिबाती और समोआ से शुरू होकर यह ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत, यूरोप और फिर अमेरिका तक पहुंचता है। हर देश अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार नए साल का स्वागत करता है।
भारत में नए साल की धूम
भारत में नया साल रात 12 बजे मनाया जाता है। लोग पार्टियां, आतिशबाजी और परिवार के साथ समय बिताकर इस दिन को खास बनाते हैं। भारत के महानगरों में नए साल की खास तैयारियां देखने को मिलती हैं।
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