कोरोना वाइरसराष्ट्रीयस्वास्थ्य

चीन में खतरनाक हुआ Covid-19, केंद्र ने राहुल गांधी से कहा- भारत जोड़ो यात्रा स्थगित करें

चीन समेत दुनिया के तमाम देशों में एक बार फिर कोरोना के मामले डराने लगे हैं। इसी को देखते केंद्र सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया आज अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ कोरोना पर समीक्षा बैठक करेंगे। इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को पत्र लिखकर सभी पॉजिटिव केसों की जीनोम सीक्वेंसिंग करवाने के लिए कहा।

भारत जोड़ो यात्रा रद्द करने की मांग

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर भारत जोड़ो यात्रा रद्द करने की मांग की है। पत्र में उन्होंने लिखा है, ” भारत जोड़ो यात्रा में कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाए, यदि यह संभव न हो तो यात्रा को देशहित में स्थगित करने का निर्णय लिया जाए।”

वहीं अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा और सरकार बौखला गई है। उन्होंने पूछा कि क्या गुजरात चुनाव में PM मोदी मास्क लगाकर, सारे प्रोटोकॉल मानते हुए घर-घर गए थे?

कोरोना पर हाई-लेवल मीटिंग आज

इन दिनों चीन के साथ-साथ जापान, अमेरिका, कोरिया और ब्राजील में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया बुधवार यानी आज 11.30 बजे ‘अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य को ध्यान’ में रखकर कोविड पर एक अहम मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मीटिंग में स्वास्थ्य, आयुष विभाग के सचिव शामिल होंगे। इसके अलावा फार्मास्यूटिकल्स विभाग, बायो तकनीक विभाग, नीति आयोग के सदस्य (हेल्थ) वीके पॉल, ICMR के महानिदेशक राजीव बहल, NTAGI चेयरमैन एन के अरोड़ा और दूसरे सीनियर अधिकारी भी शामिल होंगे।

केंद्र ने शुरू की जिनोम सीक्वेंसिंग की तैयारी

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा। जिसमें कहा गया है कि, वे नए कोविड पॉजिटिव मरीजों का सैंपल INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके। अगर कोरोना का कोई नया वैरिएंट पनपता है तो उसे ट्रैक किया जा सके।

बता दें कि इस वक्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और INSACOG देश में कोरोना के ट्रेंड पर नजर रखे हुए हैं।

कोरोना से लड़ने के लिए भारत की पांच स्तरीय रणनीति

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत ने अब तक अपनी पांच स्तरीय रणनीति टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीका और कोविड के अनुसार व्यवहार की मदद से कोरोना का प्रसार रोकने में सफल रहा है। इस वक्त देश में हर सप्ताह कोरोना के करीब 1200 केस आ रहे हैं। इस वक्त दुनिया भर में हर सप्ताह कोरोना के 35 लाख मामले आ रहे हैं।

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण राजेश भूषण ने कहा कि, अन्य देशों में कोरोना मामलों की अचानक तेजी को देखते हुए भारत में कोरोना के सभी पॉजिटिव केसों का जिनोम सीक्वेंसिंग जरूरी है। ताकि नए वैरिएंट को ट्रैक किया जा सके।

महामारी विशेषज्ञों ने किया चौंकाने वाला दावा

चीन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। चीन में हालात इतने खराब हैं कि, अस्पतालों के बाहर लंबी लाइन लग रही हैं, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे। दवाएं भी कम पड़ रही हैं। श्मशान में भी शवों की लाइन लगी हुई है। यहां पुलिस तैनात है। महामारी विशेषज्ञों ने दावा किया है कि, अगले 90 दिनों चीन की 60 फीसदी आबादी कोरोना की चपेट में होगी।

तीन महीने-तीन लहरें…

चीन के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी वू जुन्यो ने कहा- इस सर्दी में चीन कोविड-19 की तीन संभावित लहरों में से पहली लहर का सामना कर रहा है। महामारी विशेषज्ञ ने कहा- उनका मानना है कि संक्रमण दर में मौजूदा इजाफा जनवरी के मध्य तक चलेगा। जबकि, दूसरी लहर जनवरी के अंत तक तेज हो जाने की संभावना है। जुन्यो ने आगे कहा कि कोरोना वायरस के केसों में तीसरा उछाल फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक चलेगा, क्योंकि लोग छुट्टी बिताने के बाद काम पर लौटेंगे।

क्यों बढ़ रहा है संक्रमण ?

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि चीन के शहरों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह ओमिक्रॉन है। उनका कहना है कि ओमिक्रॉन के दो सब-वैरिएंट्स BA.5.2 और BF.7 तेजी से फैल रहे हैं। राजधानी बीजिंग BF.7 की चपेट में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने BF.7 को सबसे तेजी से फैलने वाला वायरस बताया है। इस वैरिएंट की वजह से बीजिंग में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। क्योंकि, हजारों लोग फीवर क्लीनिक के बाहर खड़े हैं, जिन्हें तुरंत इलाज की जरूरत है।

ये भी पढ़ें: भारत में जल्द लग सकते हैं कड़े प्रतिबंध! केंद्र सरकार ने राज्यों को किया अलर्ट; चीन में Corona से मचा हाहाकार

जीरो कोविड पॉलिसी में ढील से नुकसान!

चीन कोरोना वायरस के छोटे से प्रकोप के खिलाफ भी पिछले तीन सालों से अपने ‘जीरो कोविड’ दृष्टिकोण को लागू करता आया था। लेकिन लॉकडाउन, कोविड टेस्ट और क्वारंटाइन सिस्टम को खत्म करने के बाद मामलों को तेजी से इजाफा हुआ। कम टीकाकरण दर और अव्यवस्थित इमरजेंसी सेवाओं के चलते चीन की एक बड़ी आबादी वायरस की चपेट में है। जीरो कोविड पॉलिसी में ढील के कारण चीन की 1.4 अरब आबादी में से 10 लाख लोगों की मौत हो सकती है।

ये भी पढ़ें: चीन में बेकाबू हुआ कोरोना… अस्पताल में बेड की कमी, लाशों का लगा अंबार; एक्सपर्ट बोले- लाखों लोगों की हो सकती है मौत

क्या दुनिया पर होगा इसका असर ?

दुनिया के ऊपर पड़ने वाली बिमारी को लेकर भी एरिक ने चेतावनी जारी की है। उन्होंने लिखा कि क्या हम तीन साल पहले का मिला सबक भूल चुके हैं ? 2022-2023 में भी कोरोना का पूरी दुनिया पर बहुत बुरा असर होने वाला है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह दुनिया के ऊपर सीधे तौर पर तो असर नहीं डालेगा, लेकिन इसका प्रभाव किसी न किसी तरह से पड़ेगा ही। एरिक के मुताबिक चीन में आने वाली कोरोना की यह सुनामी दुनिया की अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगी।

ये भी पढ़ें: COVID-19: चीन में Corona के नए वैरिएंट से बिगड़े हालात, क्या भारत के लिए भी खतरे की घंटी?

स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

संबंधित खबरें...

Back to top button