इंदौरमध्य प्रदेश

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के जवाब में भाजपा की गौरव यात्रा, CM शिवराज ने किया शुभारंभ; बराबर टक्कर देने की तैयारी

मध्य प्रदेश में आज से सियासी संग्राम का नजारा दिखाई देने लगा है। एक तरफ जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने बुरहानपुर जिले से मध्य प्रदेश में एंट्री कर ली है। वहीं बीजेपी ने इसके जवाब में खंडवा जिले से गौरव यात्रा शुरू कर दी है। इसी के साथ मध्य प्रदेश की राजनीति में आदिवासी वोटों के ध्रुवीकरण को लेकर बीजेपी ने बड़ा दाव खेला है।

जनजाति समुदाय के साथ झूमे सीएम

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को खंडवा जिले के पंधाना में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील मामा की गौरव यात्रा का शुभारंभ किया। सीएम ने ग्राम बड़ौदा अहीर पहुंचकर टंट्या मामा की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। पंधाना में सीएम शिवराज ने आदिवासी बालिकाओं के साथ नृत्य किया। कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कहा कि मंत्री और विधायक की मांग पर सड़क का नाम टंट्या मामा के नाम पर रहेगा। अब प्रदेश की सरकार भोपाल से नहीं बल्कि गांव की चौपाल से चलेगी।

4 दिसंबर को इंदौर में होगा गौरव यात्रा का समापन

इस दौरान सीएम ने मीडियो से चर्चा में कहा कि 4 दिसंबर को टंट्या मामा का बलिदान है। पिछले साल भी हमने जिन्होंने शोषण के खिलाफ डटकर संघर्ष किया था और अंग्रेज जिनके नाम से कांपते थे, ऐसे क्रांति के सूर्य टंट्या मामा जी के बलिदान दिवस के पहले यात्रा निकाली थी और इंदौर में उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कार्यक्रम किया था। गांव-गांव होते हुए वह यात्राएं पातालपानी 3 दिसंबर को पहुंची थी और 4 दिसंबर को बलिदान दिवस पर हम लोग पातालपानी भी गए थे और इस वर्ष अलग-अलग क्षेत्रों से बीजेपी की यात्राएं पातालपानी की तरफ से रवाना होंगी और इंदौर में गौरव यात्रा का समापन होगा।

जनजाति वर्ग के जीवन में तेजी से होगा बदलाव : सीएम

सीएम शिवराज ने पंधाना स्थित कृषि उपज मंडी में जनसभा को संबोधित किया। सीएम ने जनजाति समुदाय के उत्थान के लिए लागू पेसा एक्ट की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि अब गांव का भविष्य भोपाल से नहीं चौपाल से तय होगा। इससे गरीब और जनजाति वर्ग के जीवन में तेजी से बदलाव हो सकेगा। सीएम ने पंधाना से टंट्या मामा की जन्मस्थली बड़ोदा अहीर तक सड़क निर्माण की घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए 28 करोड़ रुपए शासन ने स्वीकृत किए हैं।

वनोपज पर सरकार का अधिकार नहीं होगा : सीएम

पेसा एक्ट में यह व्यवस्था की गई है कि पटवारी और बीट गार्ड हर साल गांव में आकर ग्रामसभा के बीच खसरे, नक्शे और बी1 की नकल रखेंगे और यह बतायेंगे कि कौन सी जमीन किसके नाम है। तालाबों का समस्त प्रबंध अब ग्रामसभाएं करेंगी, सरकार नहीं करेगी।

तालाबों में होने वाले सिंघाड़ों या मछलियों पर भी अधिकार ग्राम सभाओं का ही होगा। सरकार केवल मदद करेगी। वनोपज पर अब सरकार का कोई अधिकार नहीं होगा। अचार की गुठली, महुए का फूल, महुए की गुल्ली, हर्रा, बहेड़ा, आंवला आदि को बीनने और बेचने का अधिकार जनता का ही होगा। इसका मूल्य भी जनता ही तय करेगी।

ये भी पढ़ें: कुक्षी में CM शिवराज : बोले- जमीन, जंगल और खदान पर ग्रामसभाओं का रहेगा अधिकार, अनुमति के बिना नहीं होगा भूमि का अधिग्रहण

गड़बड़ करने वाले कुचल दिए जाएंगे : सीएम

विकास कार्यों के लिए अब जनजातीय भाई-बहनों की जमीन उनकी अनुमति के बिना सरकार भी नहीं ले सकेगी। सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर किसी भी हालत में धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलने दूंगा। यदि किसी ने छल-कपट या धोखे से जनजातीय भाई-बहनों की जमीन अपने नाम करवाई है तो ग्रामसभा कब्जा वापिस जनजातीय भाई-बहनों को दिलवाएगी। सीएम ने कहा कि जनता की जिंदगी में बाधा डालने वाले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। गुंडे-बदमाशों को छोड़ना नहीं है। यह सरकार जनता के लिए है। गड़बड़ करने वाले कुचल दिए जाएंगे।

मध्य प्रदेश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button