
तिरुवनंतपुरम। पीएम मोदी ने मंगलवार को 4 एस्ट्रोनॉट्स के नामों की घोषणा की जो देश के पहले मैन मिशन- गगनयान के लिए बेंगलुरु में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मोदी ने केरल के थुंबा में चारों को अंतरिक्ष यात्री पंख प्रदान किए। मोदी ने इन्हें 4 ताकतें करार दिया, जो देश के 1.4 अरब लोगों की आकांक्षाओं को समाहित करती हैं। उन्होंने कहा कि 2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा।
ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर:
प्रशांत बालाकृष्णन नायर केरल में पलक्कड़ के रहने वाले हैं। उनको रूस में मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए ट्रेनिंग दी गई है। वह सीएटी-ए फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं।
ग्रुप कैप्टन अजित कृष्णन:
अजित कृष्णन तमिलनाडु के चेन्नई के रहने वाले हैं। वह μलाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं। अजित को वायु सेना अकादमी में राष्ट्रपति द्वारा स्वर्ण पदक और स्वॉर्ड आॅफ आॅनर भी मिला है।
ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप:
अंगद प्रताप यूपी के प्रयागराज के रहने वाले हैं। वह वायुसेना में फाइटर और टेस्ट पायलट हैं। उनके पास μलाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट का करीब 2000 घंटे का अनुभव है।
विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला:
शुभांशु शुक्ला यूपी के लखनऊ में रहने वाले हैं। वायुसेना के फाइटर स्ट्रीम में उन्हें 17 जून 2006 में शामिल किया गया। वो एक फाइटर कॉम्बैट लीडर हैं। साथ ही टेस्ट पायलट भी।