
राजस्थान में एक बार फिर छिड़े सियासी घमासान के बीच गहलोत सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 80 फीसदी विधायक यदि सचिन पायलट के साथ नहीं हों तो हम अपना दावा छोड़ देंगे। गुढ़ा का यह बयान तब सामने आया है, जब गुरुवार को गहलोत ने पायलट को गद्दार कहते हुए कहा था कि उन्हें पार्टी सीएम नहीं बना सकती है।
गुढ़ा का दावा
गुढ़ा ने कहा- पता नहीं वे (गहलोत) कहां से निकम्मा, नाकारा और गद्दार बोलते रहते हैं। लेकिन मैं ये बताना चाह रहा हूं कि राजस्थान की सेहत के लिए सचिन पायलट से बढ़िया कोई नेता नहीं। वो (गहलोत) कह रहे हैं कि पायलट के साथ एमएलए नहीं हैं। चार्टर्ड प्लेन में उनके साथ कल ही 4 विधायक गए। गहलोत जो 102 विधायक जो अपने साथ बता रहे हैं, उनमें से एक मैं भी हूं। तीन पायल्ट के साथ गए हैं। उन्होंने कहा कि आखिर काउंटिंग क्यों नहीं करवा लेते कि आपके साथ कितने विधायक हैं।
गहलोत ने लगाया था पायलट पर आरोप
गुरुवार को गहलोत ने कहा था कि सचिन पायलट ने 2020 में पार्टी के खिलाफ बगावत कर सरकार गिराने की कोशिश की थी इसलिए उन्हें सीएम नहीं बनाया जा सकता। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान पहुंचने से ठीक पहले आए इस बयान के बाद सियासी गलियारों में घमासान छिड़ गया। सचिन पायलट भी कल ही मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। राहुल गांधी की यात्रा के बीच इन बयानों को लेकर माना जा रहा है कि गहलोत ने आलाकमान को चुनौती दी है।
पायलट बोले- पार्टी लेगी निर्णय
गहलोत द्वारा गद्दार कहे जाने पर सचिन पायलट ने कहा था कि इतने अनुभवी व्यक्ति द्वारा ऐसी भाषा का इस्तेमाल शोभा नहीं देता देता। मैंने कभी ऐसा नहीं किया। नाम लेेने या कीचड़ उालने से कुछ हासिल नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि हम भाजपा को हराने के लिए उसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि गहलोत के रहने पार्टी 2 बार चुनाव हार चुकी है। राजस्थान के लिए पार्टी को निर्णय लेना है।