
जयपुर/श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक चीता भटककर करीब 50 किलोमीटर दूर राजस्थान के करौली जिले में पहुंच गया। वन विभाग के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। करौली के सिमारा गांव के खेतों में शनिवार को ग्रामीणों ने चीते को देखा और वन विभाग को इसकी सूचना दी।
सूचना पर चीते को बचाने और मानव-पशु संघर्ष को रोकने के लिए राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंच कर उसे पकड़ने की कार्रवाई शुरू की। इस चीते का नाम ‘ओमान’ बताया जा रहा है।
#जयपुर : मध्य प्रदेश के #कूनो_नेशनल_पार्क से राजस्थान पहुंचा #ओमान_नामक_चीता, कूनो से करीब 50 किलोमीटर दूर करौली जिले के सिमारा गांव के खेतों में नजर आया चीता, ग्रामीणों में दहशत, देखें #VIDEO #Jaipur @KunoNationalPrk #Leopard #PeoplesUpdate pic.twitter.com/EWzAxNa8Kb
— Peoples Samachar (@psamachar1) May 4, 2024
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
विभाग के अनुसार शनिवार सुबह जिले के सिमारा गांव में पहली बार ओमान को देखा गया था। वन विभाग और पुलिस ने क्षेत्र के लोगों से सावधानी बरतने और चीते से पर्याप्त दूरी बनाए रखने की अपील की है। यह नामिबीयाई बताया जा रहा है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती प्रयासों में चीते का रेस्क्यू नहीं हो सका है। इसलिए कूनो पार्क की टीम को बुलाया गया है। वन विभाग की टीम इस चीते को ट्रेंकुलाइज कर वापस कूनो पहुंचाने के प्रयास में जुटी है।
चंबल नदी के किनारे होते हुए करौली पहुंचा चीता
इधर, करौली के वन्यजीव उप वन संरक्षक पीयूष शर्मा ने बताया ”सिमारा गांव में एक जंगली जानवर के बारे में जानकारी मिली थी। जानवर की पहचान नर चीता के रूप में की गई है।” उन्होंने बताया कि चीता मध्य प्रदेश के श्योपुर और सबलगढ़ से होते हुए गांव तक पहुंचा है। मध्य प्रदेश के ये दोनों शहर चंबल नदी से सटे हुए हैं और करौली का सिमारा गांव भी चंबल के किनारे स्थित है।
पहले भी राजस्थान आ चुका है चीता
यह पहला मौका नहीं है जब कूनो राष्ट्रीय उद्यान से चीता भटककर राजस्थान में आ गया है। 4 महीने पहले भी मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से से लापता चीता प्रदेश के बारां जिले के जंगल में मिला था। इस पर कूनो की टीम बारां पहुंची और उसे बेहोश कर उसे पकड़ा गया था।