
लगातार चार दिन से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो गया है। वहीं बरगी बांध के 21 में से 13 गेट खुलने से नर्मदा उफान पर आ गई है। बांध के गेट खुलते ही ग्वारीघाट से लेकर भेड़ाघाट तक सभी घाट डूब गए हैं।
अलर्ट मोड पर प्रशासन
बरगी बांध के 13 गेटों से 1 लाख 6 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, इसका असर कुछ ही घंटों में ग्वारीघाट में देखने मिला। घाट में नर्मदा नदी के बीच स्थित मां नर्मदा का मंदिर पूरी तरह डूब गया है। वहीं अब पानी नाग मंदिर के पास आ गया है। एहतियातन प्रशासन व पुलिस ने पहले ही घाट के पास रहने वालों और दुकान लगाने वालों को घाट से दूर कर दिया था।

गायब हुआ धुआंधार वॉटर फॉल
नर्मदा के उफान पर आने से भेड़ाघाट स्थित विश्व प्रसिद्ध वॉटरफॉल धुआंधार भी गायब हो गया है। नर्मदा के तेज बहाव की वजह से भेड़ाघाट में पानी का लेवल काफी ऊपर आ जाता है, जिसकी वजह से ऐसा होता है। कुछ दिनों तक यहां अब ऐसी ही स्थिति रहेगी।
15 अगस्त को हुई इतनी बारिश
लगातार हो रही बारिश की वजह से जबलपुर के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है, जो सामान्य से लगभग 5 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम था। 15 अगस्त को 2.5 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। अभी तक जबलपुर में 31 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
आगे भी होगी ऐसी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल रुक रुककर ऐसी बारिश जारी रहेगी। मंगलवार की सुबह भी शहर पर बादल छाए हैं और दोपहर से फिर बौछारें पड़ेंगी। अगले 24 घंटे में गरज चमक के साथ बारिश होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट बरकरार रखा है।
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