
ओटावा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको से आयात पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जिससे उत्तरी अमेरिकी व्यापारिक संबंधों में तनाव गहरा गया है। इसके जवाब में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी अमेरिका से होने वाले 155 अरब डॉलर के आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है।
इसी तरह, मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने भी अमेरिका के इस कदम के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मेक्सिको अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए नए शुल्क और अन्य उपाय लागू करेगा।
अमेरिका ने क्यों लगाया टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने 1 फरवरी से कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ और चीन पर 10% अतिरिक्त शुल्क लागू कर दिया। ट्रंप का कहना है कि अमेरिका इन देशों के साथ बड़े व्यापारिक घाटे में है और यह टैरिफ केवल सौदेबाजी का हिस्सा नहीं, बल्कि एक मजबूत आर्थिक नीति का हिस्सा है।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लीविट ने भी इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि अमेरिका में अवैध फेंटेनाइल ड्रग्स की बढ़ती तस्करी को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कनाडा और मेक्सिको से अवैध ड्रग्स अमेरिका में प्रवेश कर रही हैं, जिससे लाखों अमेरिकी प्रभावित हो रहे हैं।
कनाडा का करारा जवाब
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए अमेरिका के खिलाफ 155 अरब डॉलर के आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की। ट्रूडो ने कहा कि यह फैसला कनाडा के किसानों, कारोबारियों और उपभोक्ताओं की रक्षा के लिए लिया गया है।
ट्रूडो के ऐलान की प्रमुख बातें
30 अरब डॉलर के अमेरिकी शराब और फलों के आयात पर मंगलवार से 25% टैरिफ लागू होगा। 125 अरब डॉलर के अन्य अमेरिकी उत्पादों पर भी बाद में टैरिफ लगाया जाएगा। मंगलवार से ही अमेरिका द्वारा कनाडा से होने वाले आयात पर नया टैरिफ लागू हो जाएगा।
मेक्सिको ने कहा, सहयोग से सुलझेगी समस्या
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने ट्रंप के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि टैरिफ लगाने से समस्याओं का हल नहीं निकलेगा, बल्कि इससे व्यापार और कूटनीतिक संबंध और खराब होंगे। शिनबाम ने अपनी अर्थव्यवस्था मंत्री को निर्देश दिया है कि वे अमेरिका के खिलाफ जवाबी शुल्क और अन्य आर्थिक कदम लागू करें।
शिनबाम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेक्सिको ड्रग्स पर सख्त कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने पिछले चार महीनों में 40 टन से ज्यादा ड्रग्स जब्त की हैं, जिसमें 20 मिलियन फेंटेनाइल डोज शामिल हैं। 10 हजार से ज्यादा अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जो ड्रग तस्करी में शामिल थे।
शिनबाम ने कहा कि अगर अमेरिका ड्रग्स की खपत को रोकना चाहता है, तो उसे अपनी सड़कों पर ड्रग्स की बिक्री और मनी लॉन्ड्रिंग पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
ट्रंप के टैरिफ से किन सेक्टरों पर होगा असर
विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप की टैरिफ नीति से ऑटो सेक्टर, कृषि, टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग उद्योग पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।
- ऑटो सेक्टर: कारों और ऑटो पार्ट्स की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे अमेरिकी ग्राहकों को अधिक खर्च करना पड़ेगा।
- कृषि उत्पाद: अमेरिका से कनाडा और मेक्सिको को निर्यात किए जाने वाले अनाज, फल, और डेयरी उत्पाद महंगे हो जाएंगे।
- टेक्नोलॉजी: अमेरिकी कंपनियों के लिए कनाडा और मेक्सिको से कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स आयात करना महंगा हो सकता है।
- औद्योगिक पुर्जे: फैक्ट्रियों में इस्तेमाल होने वाले स्पेयर पार्ट्स महंगे होने से उत्पादन लागत बढ़ेगी।
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