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इजराइली प्रधानमंत्री ने ऐयाल जामिर को IDF का नया चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया, 6 मार्च को संभालेंगे कार्यभार

तेल अवीव। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) के नए चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में रिटायर्ड मेजर जनरल ऐयाल जामिर को चुना है। वह लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी की जगह लेंगे, जिन्होंने हमास के हमले को रोकने में विफल रहने के कारण इस्तीफा दे दिया था। जामिर IDF के 24वें चीफ ऑफ स्टाफ होंगे और 6 मार्च 2025 को पदभार ग्रहण करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस नियुक्ति की जानकारी दी। इजराइली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हलेवी का पद छोड़ना पहले से तय माना जा रहा था, विशेष रूप से इजराइल-हमास संघर्ष के बीच संभावित सीजफायर समझौते के बाद।

हरजी हलेवी ने दी बधाई

इजराइल डिफेंस फोर्सेज के मौजूदा चीफ ऑफ स्टाफ हरजी हलेवी ने ऐयाल जामिर को उनकी नियुक्ति पर बधाई दी। उन्होंने कहा, “मैं ऐयाल को कई वर्षों से जानता हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि वह IDF को आने वाली चुनौतियों के लिए मजबूती से आगे बढ़ाएंगे। मैं उन्हें इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं देता हूं।”

हरजी हलेवी ने क्यों दिया इस्तीफा

हरजी हलेवी 2023 में IDF के चीफ ऑफ स्टाफ बने थे और उनका कार्यकाल फिलिस्तीनी संगठन हमास के खिलाफ सैन्य अभियानों से प्रभावित रहा। 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर बड़ा हमला किया था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और कई बंधक बना लिए गए थे।

इस हमले को रोकने में विफल रहने की वजह से इजराइली नेतृत्व और सेना को आलोचना का सामना करना पड़ा। इजराइल-हमास युद्ध के दौरान IDF को बड़े सैन्य अभियानों में लगाया गया, लेकिन आखिरकार सीजफायर की ओर बढ़ने के कारण हलेवी का पद छोड़ना पहले से तय माना जा रहा था।

इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने हाल ही में रिहा किए गए फिलिस्तीनी आतंकी जकारिया जुबैदी को चेतावनी दी है।

बंधकों की अदला-बदली में हुआ रिहा

49 वर्षीय जकारिया जुबैदी को गुरुवार को इजराइल और हमास के बीच हुए बंधकों की अदला-बदली समझौते के तहत रिहा किया गया था। जुबैदी अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड का प्रमुख रह चुका है और उस पर इजराइल में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने का आरोप है।

रक्षा मंत्री की कड़ी चेतावनी

इजराइल काट्ज ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “जकारिया जुबैदी, तुम्हें इजराइली बंधकों की रिहाई के समझौते के तहत छोड़ा गया है। अगर तुमने एक भी गलती की, तो तुम अपने पुराने दोस्तों से मिलने वाले हो। हम आतंकवाद के समर्थन को स्वीकार नहीं करेंगे।”

इस बयान के जरिए इजराइल ने स्पष्ट संकेत दिया है कि अगर जुबैदी किसी भी आतंकी गतिविधि में दोबारा शामिल होता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कौन है जकारिया जुबैदी

जुबैदी फिलिस्तीनी उग्रवादी संगठन अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड का पूर्व प्रमुख रह चुका है। 2002 में बेइत शियान में लिकुड पोलिंग सेंटर पर हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें 6 लोग मारे गए थे। 2004 में तेल अवीव में बम विस्फोट करवाया, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हुई और 30 घायल हुए। इसके अलावा, कई बसों पर गोलीबारी और हमलों में शामिल रहा। 2021 में इजराइल की कड़ी सुरक्षा वाली गिलबोआ जेल से भाग गया था, लेकिन बाद में पकड़ लिया गया।

फिलिस्तीनी समुदाय में जुबैदी की लोकप्रियता इस वजह से भी है कि वह दूसरे इंतिफादा (2000-2005) के दौरान इजराइली सुरक्षा बलों की कई हत्या की कोशिशों से बच निकला।

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