
बैतूल। मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला बैतूल से सामने आया है। जहां एक आदिवासी युवक को पहले नग्न किया फिर छत से उल्टा लटका कर उसकी बेल्ट और डंडे से बेरहमी से पिटाई की। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो 3 महीने पुराना बताया जा रहा है, जो मंगलवार को वायरल हुआ। पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस आरोपियों कि तलाश कर रही है। देखें VIDEO…
शक के कारण बेरहमी से पीटा
पीड़ित युवक का नाम आशीष परते है। वो बैतूल जिले के बांसपानी गांव का रहने वाला है। जिसकी चाय-नाश्ते की दुकान है। पीड़ित को सिर्फ इस बात के शक पर बेरहमी से पीटा गया कि वह गौवंश की गाड़ियों से वसूली करता है। घटना 3 महीने पुरानी बताई जा रही है।
दरअसल, मामले की शुरुआत तब हुई जब मारपीट करने वालों को आशीष पर शक हुआ। इसके बाद 15 नवंबर 2023 को दोपहर के समय एक युवक रिंकेश चौहान पीड़ित युवक के पास आया और घूमने का बोल कर साथ ले गया। लेकिन वह उसे सोहराब के घर ले गया। यहां उसे बंद करके नग्न कर छत से उल्टा लटका कर बुरी तरीके से पीटा। पीड़ित युवक जैसे तैसे मौका पाकर वहां से भाग आया और उसने अपना इलाज करवाया।
क्या है वीडियो में…
वीडियो में देखा जा सकता है कि दो लोग पीड़ित आशीष को उल्टा लटका कर जमकर पीट रहे हैं। पिटाई करने वाले बदमाश उसे पीटते हुए कहते हैं कि, तू बहुत दादा बनता है और बिना हफ्ता दिए दुकान चला लेगा। इसके बाद रिंकेश और सोहराब ने काफी देर तक उसकी पिटाई की और उसे पीटते हुए रुपए की मांग भी की। दोनों आरोपी ये भी कहते हुए सुनाई दिए कि यदि वह दुकान संचालित करने के लिए हफ्ता नहीं देगा तो उसे इसी तरह से पीटा जाएगा। आरोपी मारपीट करते वक्त वीडियो भी बना रहे थे जो की 3 महीने बाद वायरल हुआ।
तीन महीने बाद दर्ज कराई शिकायत
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित परिवार ने थाने पर जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने रिंकेश चौहान और सोहराब व अन्य के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट सहित मारपीट का मामला दर्ज किया। वहीं, पुलिस द्वारा आरोपी के घर से गाड़ी जब्त कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
मामले पर राजनीति शुरू
पूरे मामले का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीति भी चरम पर आ चुकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर इस मामले की निंदा करते हुए लिखा, बैतूल में फिर आदिवासी युवक की पिटाई, पूरे कपड़े उतार कर और छत पर उल्टा लटका कर की गई है। इस घटना को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव को इस्तीफा देना चाहिए। वहीं, उन्होंने भाजपा के शासन को जंगल राज बताया है।
(इनपुट – हेमंत नागले)
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