
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी की जबरदस्त जीत को गरीब जनता की विजय और पूंजीवादी ताकतों की करारी हार बताया और कहा कि कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुल गई हैं। कर्नाटक की जनता ने दिखा दिया कि देश को मोहब्बत अच्छी लगती है।
वादों को पहली कैबिनेट में करेंगे पूरा : राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में कर्नाटक जीत के जश्न के माहौल के बीच संवादाताओं से कहा कि कांग्रेस ने गरीब के साथ खड़े होकर उनके मुद्दों की लड़ाई लड़ी है, जिसमे पूंजीवाद की हार हुई है। आने वाले विधानसभाओं के चुनावों में भी ऐसे परिणाम आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो वादे कर्नाटक के लोगों से किए हैं राज्य में सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में वादों को पूरा करने की दिशा में काम शुरू हो जाएगा।
#WATCH | "Karnataka mein Nafrat ki bazaar band hui hai, Mohabbat ki dukaan khuli hai": Congress leader Rahul Gandhi on party's thumping victory in #KarnatakaPolls pic.twitter.com/LpkspF1sAz
— ANI (@ANI) May 13, 2023
कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी है : राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, हमने प्यार और मोहब्बत से यह लड़ाई लड़ी और कर्नाटक की जनता ने हमें बताया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है। कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ और मोहब्बत की दुकान खुली है। यह कर्नाटक की जीत है। हमारे 5 वादे हैं, हम इसे पहली कैबिनेट में पूरा करेंगे।’ सबसे पहले मैं कर्नाटक के हमारे कार्यकर्ताओं को, हमारे नेताओं को बधाई देता हूं। कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी हुई है।
जनता ने एक भ्रष्ट सरकार को हराया है : खड़गे
इधर, बेंगलुरु में मीडिया से चर्चा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस की जीत जनता की जीत है। जनता ने एक भ्रष्ट सरकार को हराया है। हमें आगे बहुत कुछ करना है। हमें वादे निभाने हैं, हमारी 5 गारंटी हम पूरी करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे बोले- आने वाले दिनों में भी जहां-जहां राज्यों के चुनाव होंगे, वहां हम कर्नाटक की तरह चुनाव जीतने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। यहां(कर्नाटक) के विधायकों की बैठक होगी, (मुख्यमंत्री के नाम पर) सभी की जो सहमति बनेगी उसे हाईकमान के सामने रखा जाएगा। हाईकमान अंतिम फैसला लेगा।