भोपालमध्य प्रदेश

देश का पहला राज्य बनेगा MP, जहां हिंदी में शुरू होगी MBBS की पढ़ाई… गृह मंत्री अमित शाह करेंगे किताबों का विमोचन

मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई हिंदी में शुरू होने जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 अक्टूबर को राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में इसकी शुरुआत करेंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने मेडिकल का पाठ्यक्रम हिंदी में तैयार करने के लिए काफी मेहनत की और कहा कि यह काम आसान तो नहीं था।

किताबों के लिए विशेष कार्य योजना तैयार कर उच्च स्तरीय समिति (टास्क फोर्स) का गठन किया गया। जिसने हिंदी में पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए विषय निर्धारण समिति एवं सत्यापन कार्य के लिये विषय सत्यापन समितियों का गठन किया। पाठ्यक्रम निर्माण में चिकित्सा छात्रों एवं अनुभवी चिकित्सकों के सुझाव शामिल किए गए। वहीं, मेडिकल की पुस्तकों के हिंदी रूपांतरण का कार्य शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के संबंधित विषयों के प्राध्यापक तथा सह प्राध्यापकों द्वारा किया गया है।

97 डॉक्टर्स ने 4 महीने में तैयार की किताबें

प्रदेश के 97 डॉक्टरों की टीम ने 4 महीने में रात-दिन काम कर अंग्रेजी की किताबों का हिंदी में अनुवाद किया है। MBBS फर्स्ट ईयर की 3 किताब बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी और एनाटॉमी को देवनागरी लिपि में तैयार किया। जिनके हिंदी में शब्द उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें देवनागरी में लिखा है। बता दें कि इन किताबों को इस प्रकार अनुवादित कर तैयार किया गया है, जिसमें शब्द के मायने हिंदी में ऐसे न बदल जाएं कि उसे समझना मुश्किल लगे।

सरकारी मेडिकल कॉलेजों में होगी शुरुआत

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि पहले हमने यह विचार बनाया था कि हम भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से इसकी शुरुआत करेंगे। लेकिन, अब किताबें पर्याप्त मात्रा में तैयार हो गई हैं। इसलिए अब प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में हिंदी में MBBS की पढ़ाई शुरू हो रही है। हमारी कोशिश है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में भी हिंदी में MBBS की पढ़ाई शुरू हो।

यह देश के लिए गर्व की बात : मंत्री सारंग

हिंदी में पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में हिंदी वाररूम ‘मंदार’ तैयार किया गया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि यह देश एवं प्रदेश के लिए गर्व का विषय है कि आजादी के अमृत महोत्सव में हिंदी माध्यम में शिक्षित छात्रों के लिये हिंदी में भी मेडिकल की पढ़ाई शुरू की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ‘हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई’ प्रारंभ करने का सपना साकार होने जा रहा है।

मंत्रियों, विधायकों और विभागों ने भी बदली डीपी

देश में पहली बार ऐसी अनूठी पहल को लेकर प्रदेश के युवाओं में उत्साह का माहौल है। सीएम शिवराज के साथ उनकी कैबिनेट के मंत्री और उनके विभागों की प्रोफाइल में डीपी बदलने के साथ 100 से अधिक विधायकों ने भी सोशल मीडिया अकाउंट पर डीपी और कवर इमेज बदल ली है।

50 हजार मेडिकल फील्ड के स्टूडेंट्स होंगे शामिल

16 अक्टूबर को होने वाले इस कार्यक्रम में 50 हजार मेडिकल फील्ड के स्टूडेंट्स शामिल होंगे। इस दौरान भोपाल के सरकारी, प्राइवेट मेडिकल, नर्सिंग, पैरामेडिकल कॉलेजों के छात्र शामिल होंगे। वहीं, दूसरे शहरों के मेडिकल स्टूडेंट्स वर्चुअली इस कार्यक्रम से जुडे़ंगे।

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