Literature Politics
क्यों धड़ाधड़ बंद हो रहीं बाल पत्रिकाएं? सुनिए, ‘मप्र साहित्य अकादमी’ के निदेशक डॉ. विकास दवे का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
भोपाल
3 weeks ago
क्यों धड़ाधड़ बंद हो रहीं बाल पत्रिकाएं? सुनिए, ‘मप्र साहित्य अकादमी’ के निदेशक डॉ. विकास दवे का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
भोपाल(अमिताभ बुधौलिया)। ‘जिंदगी में साहित्य’ का होना बहुत जरूरी है। यह साहित्य किसी भी रूप में हो सकता है। प्रेमचंद…