
ताइपे। ताइवान में बुधवार को 7.4 की तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से कई इमारतें गिर गईं और पहाड़ों के पत्थर खिसक गए। एक तरफ इस भूकंप से काफी नुकसान हुआ तो दूसरी ओर देश की सबसे ऊंची इमारत को इंजीनियरिंग की खास तकनीक ने बचा लिया। ये इमारत देश की राजधानी में बनी ताइपे 101 है। ताइवान की सबसे ऊंची इमारत ताइपे 101 दुनिया की सबसे ऊंची इमारत भी रही है। इतने तेज भूकंप से इमारत का नुकसान ना होने की वजह इसका डिजाइन है। खासतौर से एक बड़े स्टील बॉल ने इमारत को बचाया, जिसे ट्यून्ड मास डैम्पर कहा जाता है।
कैसे काम करती है ये तकनीक
इस विशाल बॉल को भूकंपीय गति के जवाब में झूलने के लिए डिजाइन किया गया है। इमारत के केंद्र में जमीन से 1,000 फीट ऊपर लटका ये डैम्पर बेबी भूकंप के दौरान गोला इमारत की गति का प्रतिकार करने के लिए हिल जाता है, जिससे भूकंप का प्रभाव 40 फीसदी तक कम हो जाता है। 41 स्टील परतों से बना ये बॉल अत्यधिक गति को रोकने के लिए 59 इंच की सीमा के भीतर झूलता है। इससे भूकंप के लिए संवेदनशील शहर की ये इमारत तेज झटके सह लेती है।