
भोपाल। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने गुरुवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ वोट के लिए महिलाओं का उपयोग कर रही है। कांग्रेस से यह पूछना चाहिए कि जब एक बेटी के साथ रेप होता है, एक बेटी के 32 टुकड़े कर दिए जाते हैं… तब पूरी कांग्रेस को सांप सूंघ गया था ? वो बेटी महिला नहीं है, वो बेटी भारत की नहीं है ? जब बेटी के टुकड़े किए गए पापी के द्वारा उस पर कांग्रेस ने कोई कमेंट नहीं किया। सोनिया गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक चुप्पी साधे बैठीं रहीं। क्या वह महिलाएं नहीं हैं ?
रामेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि भारत की महिला जानती है कि जो नारी का घर में सम्मान नहीं करा सकता, जो नारी को सुरक्षित नहीं रख सकता और जो नारी के हित में आवाज नहीं उठा सकता… वो कांग्रेस नारी का कभी हित नहीं चाहेगी। यह वही कांग्रेस है जिसने स्वयं के नेता ने तंदूर में बेटियों को जलाया।
हुजूर विधायक #रामेश्वर_शर्मा ने #कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा: "कांग्रेस महिलाओं का इस्तेमाल सिर्फ वोट के समय करती है"#MPNews #PeoplesUpdate @rameshwar4111 #Congress pic.twitter.com/hV9WrKSbp9
— Peoples Samachar (@psamachar1) January 18, 2023
‘भारत में भारतीय धर्मों का पालन करो’
सनातन धर्म के विरोध करने वालों का बायकॉट करने का समर्थन करते हुए रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्राचीन बात है। पहले से ही भारत के धर्म में कहा गया है कि जब हम किसी दूसरे के धर्म का विरोध नहीं करते तो दूसरे धर्म वालों को भी सनातन धर्म का विरोध नहीं करना चाहिए। इसलिए सभी की यह प्रार्थना है कि मेहरबानी करके कम से कम भारत में भारतीय धर्मों का पालन तो करो। रामेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि यहां राम, कृष्ण, महावीर, गौतम बुद्ध, गुरु नानक इनकी परम्पराएं हैं। इस परम्परा का निर्वाहन नहीं कर सकते तो इस परम्परा पर उंगली तो मत उठाओ। यह बाबा साहब अम्बेडकर ने संविधान में किसी को यह राइट नहीं दिया।
‘विकास यात्रा लेकर हम जनता के द्वार जाएंगे’
रामेश्वर शर्मा ने विकाय यात्रा को लेकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता, भारतीय जनता पार्टी का जनप्रतिनिधि, भारतीय जनता पार्टी की सरकार 24 घंटे जनता के प्रति प्रतिबद्ध है। इसलिए जवाबदेही के साथ भारत सरकार से लेकर मध्य प्रदेश सरकार आम जनता और गरीब के जो काम हैं, वो समय पर पूरे होने चाहिए, उसका उनको लाभ मिलना चाहिए। इसके लिए जनप्रतिनिधि चौकीदारी करें, पहरेदारी करें उनके द्वार पर जाएं और समस्या है तो उसका समाधान ढूंढे। इसलिए जनता हमारे द्वार पर नहीं आएगी, बल्कि हम खुद अपनी यात्रा लेकर जनता के द्वार पर जाएंगे। उसका स्नेह और आशीर्वाद भी लेंगे।