
प्रवीण श्रीवास्तव-भोपाल। 31 साल के रॉनित कैपिटल मॉल स्थित एक मल्टी नेशनल कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव हैं। ऑफिस से मिले टारगेट को पूरा करने के लिए उन्हें 12 से 14 घंटे तक काम करना पड़ता है। हाल ही में रॉनित को सीने में तेज दर्द के बाद एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने हार्ट अटैक की जानकारी दी। रॉनित ने बताया कि वे नियमित व्यायाम करते हैं। बाहर भी ज्यादा नहीं खाते।
डॉक्टर ने जब डेली रुटीन की जानकारी ली तो पता चला कि ऑफिस में रॉनित काम के दौरान टेंशन होने पर सिगरेट या चाय पीते हैं। चूंकि स्मोक जोन उनके ऑफिस के बाहर ही बने हैं, ऐसे में हर आधे घंटे में स्मोक ब्रेक लेकर सिगरेट और चाय पीते हैं। डॉक्टर का कहना है कि बार-बार स्मोक ब्रेक से ही रॉनित का बीपी बढ़ा और इससे हार्ट अटैक आ गया।
अधिकतर युवा कॉर्पोरेट ऑफिस के आसपास स्मोक जोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि स्मोक जोन युवाओं को बार-बार सिगरेट पीने के लिए प्रेरित करता है। युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक के लिए दफ्तरों के पास स्मोक जोन या स्मोक ब्रेक बड़ा कारण हो सकता है। बार-बार सिगरेट पीने की लत युवाओं के लिए घातक है।
हमारे यहां ऑफिसों के आसपास ही स्मोक जोन
एम्स भोपाल के पूर्व हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. किसलय श्रीवास्तव बताते हैं कि आजकल ऑफिस में स्मोक ब्रेक का चलन बढ़ गया है। तनाव पर युवा चाय- सिगरेट के लिए बाहर आ जाते हैं। उनके अनुसार ओपीडी में हर दिन 30 से 40 युवा आते हैं, जिन्हें बीपी और डायबिटीज है। 15 से 20% में हार्ट अटैक का कारण डायबिटीज और बीपी होता है।
50% मामलों में मृत्यु
वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक चतुर्वेदी बताते हैं कि धूम्रपान, एंटीफॉस्फोलिपिड सिंड्रोम, कॉग्निटिव मायोकार्डियल ब्रिज, आर्टरी डिससेक्शन, ड्रग एब्यूज, डायबिटीज, इंसुलिन रेजिस्टेंस, फैमिली हिस्ट्री और महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन भी हार्ट अटैक की वजह बनते हैं। भारतीयों में कोरोनरी आर्टरी डिसीज कम उम्र में होती है। 50 वर्ष से कम आयु के लोगों में 50 प्रतिशत से अधिक मौतें हृदय रोग से होती है।
- एनएचएम की स्क्रीनिंग में मप्र में एक साल में बीपी के 18 लाख और डायबिटीज के 10.67 लाख मरीज मिले।
- मधुमेह से पुरुषों में स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर का जोखिम 44% है, जबकि महिलाओं में यह 31 फीसदी है।
- भोपाल में व्यवसाय और नौकरी करने वाली 13% आबादी मधुमेह यानी डायबिटीज से पीड़ित है।
- 52% शारीरिक निष्क्रिय जीवन शैली जी रहे हैं, जो हार्ट के लिए नुकसानदायक है।
काम के बीच ध्यान करें
मनोचिकित्सक डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी का कहना है कि काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बेहद जरूरी है। तनाव के दौरान सिगरेट पीने से बेहतर है, अपनी जगह पर आंख बंद कर गहरी सांस लें। मेडिटेशन, योग और डीप ब्रीदिंग जैसी तकनीक तनाव कम करने में प्रभावी होती हैं। माइंडफुलनेस भी लाभकारी साबित होती है।