भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला कानून लाने की मांग की। टिकैत ने यह मांग मुंबई के आजाद मैदान में संयुक्त शेतकारी कामगार मोर्चा (एसएसकेएम) के बैनर तले आयोजित किसान महापंचायत में उठाई। टिकैत ने कहा कि पीएम मोदी जब गुजरात के सीएम थे तब एमएसपी का समर्थन किया करते थे। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि अब वह किसानों के लिए महत्वपूर्ण इस मुद्दे पर चर्चा करने से भाग रही है।
#WATCH | In Mumbai, BKU leader Rakesh Tikait says, "Govt of India should mend its ways and bring a law on MSP. Otherwise, January 26 (Republic Day) is not far, and 4 lakh tractors & farmers all are there." pic.twitter.com/sBMoJ9N1rI
— ANI (@ANI) November 28, 2021
महाराष्ट्र सरकार शहीद किसानों की करें मदद
मुंबई में महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत ने साफ कर दिया कि किसानों का आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा, ये आंदोलन लंबा चलेगा। इसमें अभी और कुर्बानियां होंगी। 700 लोगों की कुर्बानियां हो चुकी हैं। आप हमारी बैठक रोकने की कोशिश करोगे तो हम आपकी बैठक रोकेंगे। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र सरकार शहीद किसानों की मदद करें। महाराष्ट्र सरकार एसटी ड्राइवर की भी सुनें। संयुक्त मोर्चा सबकी मदद करने के लिए हरदम खड़ा रहेगा।
पहले पीएम मोदी एमएसपी के समर्थक थे: टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी एमएसपी के समर्थक थे, जब वह गुजरात मुख्यमंत्री थे और वह किसानों के हितों की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कानून चाहते थे। उन्होंने मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर इस मुद्दे पर बहस से भागने का आरोप लगाया।
दिल्ली की सीमाओं पर एक साल से आंदोलन कर रहे किसान
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि कानूनों का पूरे देश के किसान विरोध कर रहे थे और लगभग एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे थे। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने इन कानूनों को वापस लेने का एलान किया था। सरकार ने किसानों को मनाने की कई कोशिशें की थीं, लेकिन वह इसमें असफल रही थी।
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