
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र के केश शिल्पियों के सम्मेलन का शुभारंभ किया। सीएम ने कहा कि सेन समाज के बिना किसी भी समाज का काम चल ही नहीं सकता। अगर बच्चों का मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन होता है, फीस मैं भरवाउंगा।
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ऐसे हुई ‘नाई’ शब्द की उत्पत्ति
भगवान शंकर मां पार्वती का विवाह भी सेन समाज ने ही करवाया था। सेन समाज के बिना किसी भी समाज का काम चल ही नहीं सकता। सीएम ने कहा कि ‘नाई’ शब्द की उत्पत्ति हुई है, वह संस्कृत भाषा के नाय शब्द से हुई है। इसका अर्थ है, जो समाज का नेतृत्व करने वाला है और तथा समाज को न्याय देता है। वैवाहिक संबंध तय करवाने से लेकर निमंत्रण देने तक का काम सेन समाज ही करता था। समाज को जोड़ने का काम यह समाज करता रहा है।
बच्चों की फीस मैं भरवाउंगा : सीएम
मेहनत करके स्वाभिमान के साथ आप जीवन यापन करें। आपके काम-धंधे को बढ़ाने और बेटे-बेटियों को पढ़ाने एवं इलाज की व्यवस्था का समुचित इंतजाम हमने किया है। सरकार आपके और समाज के प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए कटिबद्ध है। हम बच्चों को प्रेरित करें कि वह ढंग से अध्ययन करें। पढ़ाई लिखाई के मामले में हर संभव मदद करने का काम मैं करूंगा। अगर सेन समाज के बच्चों का मेडिकल कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन होता है तो जितनी भी फीस होगी मैं भरवाउंगा, उसकी चिंता आप मत करना।
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बिना ब्याज के मिलेगा लोन
सीएम ने कहा कि सेन समाज के परंपरागत व्यवसाय को ठीक करने के लिए स्ट्रीट वेंडर योजना में 10,000 रुपए बिना ब्याज के लिया जा सकता है। इसके अलावा मुख्मंत्री उद्यम क्रांति योजना में 1 लाख से 50 लाख रुपए तक बैंक लोन देंगे और लोन वापसी की गारंटी सरकार देगी और ब्याज पर सब्सिडी भी। सेन महाराज जी राजा के यहां नाई का काम करते थे। एक दिन संतों के साथ ईश्वर भक्ति में ऐसे लीन हुए कि राजा के यहां जाना भूल गए।
संत सेन महाराज के बनेंगे स्मारक
सीएम ने कहा कि सेन महाराज की भक्ति देखकर भगवान स्वयं उनका रूप धारण कर उनका कार्य कर आए। यह भक्त और भगवान के बीच के रिश्ते का अद्भुत उदाहरण है। संत सेन महाराज जी ने सत्य, अहिंसा और प्रेम का संदेश समाज को दिया। मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ में जन्म लेने वाले संत सेन महाराज की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए भव्य स्मारक बनाने के लिए दो एकड़ भूमि आवंटित की है।