जबलपुरमध्य प्रदेश

World Sickle Cell Day : जबलपुर में CM शिवराज बोले- आपके साथ हैं स्वास्थ्य विभाग और मामा; राज्यपाल ने कहा -गंभीर चुनौती हैं सिकल सेल

जबलपुर। विश्व सिकल सेल दिवस पर रविवार को आयोजित कार्यशाला में राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शामिल हुए। जहां एमडी नेशनल हेल्थ मिशन और आईसीएमआर ने एमओयू साइन किया।

आशा कार्यकर्ता लोगों को जागृत करेंगी : सीएम

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिकलसेल को खत्म करने के लिए राज्यपाल ने जिद ठान रखी है। हम सिकल सेल एनीमिया के संबंध में पूरे मध्यप्रदेश में जनजागरण का अभियान चलाएंगे। केवल दो जिलों में नहीं, बल्कि सभी प्रभावित जिलों में स्क्रीनिंग का काम किया जाएगा। हमारी आशा कार्यकर्ता बहनें घर-घर जाएगी और सिकल सेल एनीमिया के लिए लोगों को जागृत करेंगी।

जड़ी-बूटियों से करेंगे रोकथाम : सीएम

सीएम ने कहा कि योग, आयुर्वेद और जड़ी-बूटियों का भी सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम में उपयोग किया जाएगा। हम टॉस्क फोर्स बनाएंगे, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ सामाजिक कार्यकर्ता या जिनमें इस बीमारी से लड़ने की प्रबल इच्छा है, को भी इसमें जोड़ेंगे। जो सिकल सेल एनीमिया से प्रभावित हैं, वे स्वयं को अकेला न समझें। आपके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूरा स्वास्थ्य विभाग और मामा भी आपके साथ है। हम मिलकर इस बीमारी से लड़ेंगे और जीतेंगे भी।

गंभीर चुनौती हैं सिकल सेल : राज्यपाल

बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मानवता के लिए कोविड से भी गंभीर चुनौती सिकल सेल हैं। ये बीमारी ना सिर्फ जनजातीय समुदाय बल्कि दूसरे समाज में भी फैली है। सिकलसेल जैसी जन्मजात जानलेवा बीमारी का होना समाज और सरकार दोनों के लिए चिंता और चिंतन का विषय है। राज्यपाल ने सिकल सेल रोक के प्रबंधन व उपचार के लिए केंद्र सरकार और मप्र सरकार द्वारा प्रदेश के 14 जिलों में चलाए जा रहे कार्यक्रम की सराहना की।

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जिलों में स्क्रीनिंग का काम करें : राज्यपाल

राज्यपाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में 6 माह के भीतर प्रभावित जिलों में सिकल सेल की स्क्रीनिंग का काम कर लिया जाए। राज्यपाल ने सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम और प्रबंधन के लिए लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग और ICMR द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इस बीमारी के उपचार व रोकथाम के लिए आयुष और होम्योपैथी के परीक्षण व प्रमाणीकरण पर भी राज्यपाल ने जोर दिया। राज्यपाल ने सिकल सेल की रोकथाम के लिए चलाई जा रही योजनाओं में जन सहभागिता की आवश्यकता बताई।

मोदी सरकार लॉन्ग टर्म प्रयास करती हैः मनसुख मंडाविया

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि मध्यप्रदेश में सिकल सेल को लेकर चिंता कर रहे हैं। आने वाले समय में मध्यप्रदेश सिकल सेल उन्मूलन अभियान में देश में अव्वल होगा। केंद्र की मोदी सरकार समस्या को दूर करने के लिए लॉन्ग टर्म प्रयास करती है। आजादी के 100 साल बाद हम कहां रहेंगे, इसके लिए 25 साल का लक्ष्य तय किया गया है। उपलक्ष्य में सिकल सेल एनीमिया भी शामिल है। उन्होंने कहा कि देश के गांव में रहने वाले आम व्यक्ति तक हेल्थ की सुविधा सुनिश्चित कैसे हो, इसलिए देश में 1.50 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं। अब तक 1.18 लाख सेंटर कार्यरत हो चुके हैं। यहां टेली कंसल्टेशन की भी सुविधा मिल रही है।

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