
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के अखनूर में पाकिस्तानी जवानों ने बॉर्डर पर सीजफायर का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी गोलीबारी के जवाब में BSF के जवानों ने भी फायरिंग की। जिसमें एक BSF का जवान घायल हो गया है। घटना के बाद इलाके की घेराबंदी कर दी गई है, बॉर्डर पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। घटना की जांच जारी है और सुरक्षा स्थिति को लेकर उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। सीजफायर का ताजा उल्लंघन जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर को होने वाली पहले फेज की वोटिंग के 7 दिन पहले हुआ है।
पाकिस्तानी जवानों ने की फायरिंग
BSF के एक प्रवक्ता ने बताया, 10-11 सितंबर की दरमियानी रात करीब दो 2:35 बजे सीमा पार से बिना उकसावे के अखनूर इलाके में गोलीबारी की गई। पाकिस्तानी जवानों ने बॉर्डर पर सीजफायर का उल्लंघन किया। BSF ने भी जवाब में फायरिंग की। पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में BSF का एक जवान घायल हो गया। जवान ‘हाई अलर्ट’ पर हैं और अंतर्राष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
समझौते के बाद पाक ने 4 बार सीजफायर तोड़ा
25 फरवरी 2021 को भारत-पाक के बीच सीजफायर समझौता रिन्यू हुआ था। इसके बाद पाकिस्तान 4 बार इसका उल्लंघन कर चुका है।
- पहली बार : 17 अक्टूबर 2023 को पाक रेंजर्स की तरफ से फायरिंग की गई थी। अरनिया सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से बिना उकसावे के की गई गोलीबारी में दो BSF जवान घायल हो गए थे।
- दूसरी बार : 28 अक्टूबर 2023 को पाकिस्तान रेंजर्स ने सीमा पर लगभग सात घंटे तक भारी गोलीबारी की थी। जम्मू के अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर में पाकिस्तानी रेंजर्स की फायरिंग में एक महिला और बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए थे।
- तीसरी बार : 8-9 नवंबर 2023 की दरमियानी रात सांबा जिले में रामगढ़ सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बने नयनपुर पोस्ट पर गोलीबारी हुई। जिसमें घायल हुए BSF के एक जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई।
- चौथी बार : 14 फरवरी 2024 की शाम 5:50 बजे जम्मू के मकवाल में 20 मिनट तक भारत-पाक के बीच गोलीबारी हुई। BSF चौकी पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने गोलीबारी की, जिसके जवाब में BSF ने भी फायरिंग की। हालांकि, गोलीबारी में BSF का कोई भी जवान घायल नहीं हुआ है।
भारत-पाक के बीच 2021 में युद्धविराम का समझौता हुआ
भारत और पाकिस्तान ने 25 फरवरी, 2021 को युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। दोनों देशों ने घोषणा की कि वे जम्मू-कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा (LOC) पर युद्धविराम पर सभी समझौतों का सख्ती से पालन करेंगे। भारत-पाकिस्तान के बीच 3,323 किलोमीटर लंबी बॉर्डर है, जिसमें से 221 किलोमीटर अंतर्राष्ट्रीय सीमा और 740 किलोमीटर LOC जम्मू-कश्मीर में आती है।
2020 में लगभग 5,000 युद्धविराम उल्लंघन या सीमा पार से गोलीबारी की घटनाएं हुईं। जिसकी वजह से कई मौतें हुईं। इस साल फरवरी में दोनों देशों द्वारा संघर्ष विराम की घोषणा तीसरे वर्ष में प्रवेश कर गई थी। भारत और पाकिस्तान ने शुरुआत में 2003 में युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन पाक ने अक्सर समझौते का उल्लंघन किया। 2020 में 5,000 से अधिक उल्लंघन दर्ज किए गए- जो एक वर्ष में सबसे अधिक हैं। 2021 में युद्धविराम की घोषणा से पहले, पाकिस्तान ने एलओसी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी की थी।
जम्मू-कश्मीर में होने हैं चुनाव
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 10 साल के बाद चुनाव होने वाले हैं। जिसके लिए तीन चरण में मतदान होगा- 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर। चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। आखिरी बार जम्मू-कश्मीर में साल 2014 में चुनाव हुए थे। उस समय 87 सीटों में से भाजपा को 25, नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थी। भाजपा और पीडीपी ने यहां गठबंधन से सरकार बनाई थी, तब मुफ्ती मोहम्मद सईद मुख्यमंत्री बने थे।
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