
मप्र में लोकायुक्त की लगातार कार्रवाई के बाद भी रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं आज लोकायुक्त पुलिस ने जबलपुर तहसील कार्यालय में एसडीएम ग्रामीण के पास पदस्थ लिपिक को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लिपिक इंद्रजीत भूरिया ने मुआवजा राशि के भुगतान के एवज में घूस मांगी थी।
मुआवजा राशि के एवज में मांगी रिश्वत
लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि तिलवाराघाट के रहने वाले विकास कुमार दुबे (30) ने लोकायुक्त एसपी संजय साहू से शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि उसके पिता कृष्णकुमार दुबे के नाम ग्राम धाना में खसरा नंबर 44/2 जिसमें 4 दुकानें पक्की बनी है। तिलवारा घाट की प्लाट का अधिग्रहण किया गया है। जिसकी मुआवजा राशि 1 लाख 94 हजार रुपए स्वीकृत हुई थी।
इसी राशि को निकालने के एवज में तहसील कार्यालय जबलपुर के एसडीएम ग्रामीण पीके सेनगुप्ता के कार्यालय में पदस्थ लिपिक इंद्रजीत भूरिया 5 हजार रुपए की मांग कर रहा है।
घूस लेते रंगे हाथों धराया लिपिक
लोकायुक्त एसपी ने डीएसपी दिलीप झरवड़े को टीम के साथ आरोपी लिपिक को रंगे हाथ पकड़ने के निर्देश दिए। गुरुवार को योजनाबद्ध तरीके से लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े, निरीक्षक स्वप्निल दास, रंजीत सिंह की टीम एसडीएम कार्यालय पहुंची। जहां जैसे ही विकास ने रिश्वत की राशि लिपिक इंद्रजीत भूरिया को दी, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।