
धर्मेंद्र त्रिवेदी-ग्वालियर। भागदौड़ भरी जिंदगी में एक ओर जहां लोग प्रकृति से दूर हो रहे हैं, वहीं शहर में पदस्थ पटवारी राकेश मिश्रा पर्यावरण संरक्षण को ही जीवन का लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। इन्होंने दूसरों को प्रेरित करने के लिए बोनसाई गिफ्ट करने का अनोखा तरीका अपनाया है।
अभी तक 200 से अधिक बरगद, पीपल, पाखर, आम जैसे परंपरागत पेड़ों के बोनसाई तैयार कर लोगों को गिफ्ट कर चुके हैं। राकेश के प्रकृति प्रेम के कार्य में उनकी पत्नी मंजू भी बराबर सहयोग कर रही हैं। बोनसाई तैयार करने के बाद रखरखाव राकेश करते हैं, जबकि छत पर लगे बाकी के पौधों की देखभाल उनकी पत्नी करती हैं। मिश्रा अपने वेतन से दस प्रतिशत राशि हर महीने खर्च करते हैं। उन्होंने क्लर्क, प्रोफेसर, कलेक्टर से लेकर मंत्री और अन्य विशिष्ट जनों को बोनसाई गिफ्ट किए हैं।
टेम्प्रेचर रहता है 5 डिग्री कम
घर की दो मंजिलों पर करीब 300 गमलों में अलग-अलग प्रजाति के पौधे लगे हैं। इससे गर्मी में भी तापमान करीब 5 डिग्री तक कम रहता है। निचले तल पर एसी चलाने की जरूरत नहीं होती।
इन पौधों के बोनसाई सबसे ज्यादा
अंजीर, बरगद, पीपल, पाखर, एडेनियम, बोगनवेलिया सहित अन्य के बोनसाई तैयार किए गए हैं।
25 वर्ष पहले एक घर में गए थे, वहां जगह बेहद कम थी और पौधे लगे थे। वह देखकर बोनसाई पद्धति का ख्याल आया। फिर घर की छत को लैब बनाया और बोनसाई बनाकर गिफ्ट करने लगे। -राकेश मिश्रा, पटवारी