
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें पिछले चार सालों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। हालांकि, सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि आम जनता को इस बढ़ोतरी का असर कीमतों में नहीं भुगतना पड़ेगा।
ग्राहकों को नहीं लगेगा झटका
पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से साफ किया गया है कि, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (OMCs) को पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं करने का निर्देश दिया गया है। इसका मतलब है कि, उत्पाद शुल्क बढ़ने के बावजूद पंप पर पेट्रोल-डीजल के दाम जस के तस रहेंगे।
अभी कितनी है एक्साइज ड्यूटी?
पहले:
- पेट्रोल पर: ₹19.90 प्रति लीटर
- डीजल पर: ₹15.80 प्रति लीटर
अब (बढ़ोतरी के बाद):
- पेट्रोल पर: ₹21.90 प्रति लीटर
- डीजल पर: ₹17.80 प्रति लीटर
क्यों नहीं बढ़ेंगे दाम?
पेट्रोलियम मार्केट विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा के अनुसार, यह एक्साइज ड्यूटी तेल कंपनियों को अपनी कमाई में से चुकानी होगी, यानी कंपनियां यह बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डालेंगी। इसके अलावा पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, यह अतिरिक्त शुल्क कच्चे तेल की घटी कीमतों से एडजस्ट किया जाएगा।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में अब पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना तय होती हैं और यह निर्भर करती हैं-
- कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों पर
- डॉलर के मुकाबले रुपए की स्थिति पर
- केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स पर
- देश में फ्यूल की मांग पर
पेट्रोल-डीजल की मौजूदा कीमतें (8 अप्रैल 2025)
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
नई दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 104.21 | 92.15 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.75 | 92.34 |
2014 से अब तक का टैक्स सफर
2014 में जब केंद्र में नई सरकार आई थी, उस समय पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपए प्रति लीटर थी। बाद में इसे कई बार बढ़ाया गया। 2022 में सरकार ने इसमें कटौती कर राहत दी थी, लेकिन अब फिर से 2 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।
क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट का फायदा
ब्रेंट क्रूड ऑयल फिलहाल 64 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है। बीते सप्ताह इसमें लगभग 12% की गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतें और गिरती हैं तो आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती संभव है।
ये भी पढ़ें- सुंदर पिचाई ने 5.15 मिलियन डॉलर के बेचे शेयर, SEC फाइलिंग में खुलासा, ट्रेडिंग प्लान के तहत हुई बिक्री