
पुष्पेन्द्र सिंह-भोपाल। गौरिहार के 55 वर्षीय शिवचरण 24 सितंबर को सौ किमी दूर से चलकर छतरपुर पहुंचे और हर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने परिवार में चल रहे जमीन विवाद को सुलझाने की फरियाद की। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने पूछा-यहां तक कैसे पहुंचे और कितना किराया लगा। आवेदक ने बताया दोपहर में आया हूं, अभी खाना भी नहीं खाया।
चिंता है कि कहीं जनसुनवाई का समय पूरा न हो जाए। सौ रुपए खर्च हो चुके हैं। कलेक्टर ने गौरिहार एसडीएम बलवीर रमन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात की और समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए। बक्सवाहा से आए विनोद जैन और राजनगर के मोहम्मद नसीम को भी वीसी के जरिए तत्काल समाधान मिला।
अब जल्द मिलने लगा न्याय
दरअसल, कलेक्टर पद की जिम्मेदारी संभालने के एक माह बाद 20 अगस्त से पार्थ जैसवाल ने हर जनसुनवाई में जिले के सभी 7 एसडीएम तथा ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को वीसी से जोड़ने का निर्णय लिया। इसका यह असर हुआ कि दूर-दराज से आने वाले आवेदकों को जिला मुख्यालय से ही वीसी के माध्यम से जायज समस्या का समाधान तुरंत मिलने लगा।
जनसुनवाई में नवाचार से जागरुकता बढ़ी
जनसुनवाई में हर मंगलवार को विकास खंडस्तरीय अधिकारी, एसडीएम और क्षेत्रीय अधिकारियों को वीसी से जोड़ा जाता है। जिससे आवेदकों की समस्याओं को त्वरित निराकरण करने अफसरों को सीधे निर्देश देते हैं। हर आवेदन की मॉनिटरिंग करने अलग कर्मचारी तैनात किया है। इस नवाचार से लोगों में प्रशासन के प्रति विश्वास और जागरुकता बढ़ी है। -पार्थ जैसवाल, कलेक्टर, छतरपुर