
इंदौर में आज अंतर्राष्ट्रीय मात्स्यिकी कार्यशाला 2022 आयोजित की गई है, जिसमें जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट शामिल हुए। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में जल्द ही मछली पालन के लिए मत्स्य विकास योजना लागू की जाएगी। प्रदेश में अब मछलियां खुले में नहीं रहेंगी, उनके पालन के लिए स्मार्ट मछली पालन केंद्र बनाए जाएंगे। जिसकी शुरुआत इंदौर से ही होगी।
रेफ्रिजरेटर सहित कई सुविधाएं मिलेंगी : मंत्री सिलावट
मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि इंदौर जल्द ही शासन की एक और योजना की शुरुआत का केंद्र बनने जा रहा है। योजना के तहत मछुआरों को रेफ्रिजरेटर सहित कई सुविधाएं देंगे, ताकि वह मछलियों को सुरक्षित रख सकें। इसके बाद प्रदेश के अन्य शहरों में भी यह सुविधा मिलेगी।
मछुआरों को 11 करोड़ की राशि एवं बाइक की वितरित
कार्यक्रम के अंतर्गत मत्स्य महासंघ द्वारा मछुआ प्रोत्साहन राशि और आजीविका सहयोग योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को 11 करोड़ की राशि का भी वितरण किया गया। इसके अलावा मछली उत्पादन और विक्रय के लिए सहायता हेतु 50 हितग्राहियों को मोटरसाइकिल, आइस बॉक्स भी वितरित किए।
मछुआरों के बनाए क्रेडिट कार्ड : मंत्री सिलावट
मध्यप्रदेश का मत्स्य विकास विभाग मछुआरों के साथ-साथ संपूर्ण मत्स्य पालन क्षेत्र के चहुँमुखी विकास के लिए तथा युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देने हेतु संकल्पित है। जिसके अंतर्गत अब तक मछुआरों के 43500 क्रेडिट कार्ड बनाए जा चुके हैं तथा और भी कई अन्य लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
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अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों से साइन किया एमओयू
शनिवार को इंदौर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मात्स्यिकी कार्यशाला 2022 का शुभारंभ कर 5 देशों से पधारे प्रतिनिधियों व कई अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को सम्मानित किया। मीठे पानी की मछली को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने हेतु विशेषज्ञों से चर्चा की तथा एमओयू साइन किया। इस अवसर पर शंकर लालवानी, जयपाल सिंह चावड़ा एवं रमेश मेंदोला सहित अन्यजन उपस्थित रहे।