
जबलपुर. आजाद नगर रांझी निवासी कपड़ा व्यापारी दीपक फूलमाली के हत्यारे उसके अपने ही निकले। उसके जीजा, भांजे और एक नाबालिग ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने 2 दिन में ही हत्या का खुलासा कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। हत्या की वजह 8 लाख के जेवरों को बताया गया है।
पारिवारिक रंजिश में हुई हत्या
शुक्रवार को इस हत्या का खुलासा करते हुए एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि आजाद नगर गंदी बस्ती गोकलपुर रांझी निवासी दीपक फूलमाली (45) की हत्या पारिवारिक रंजिश में की गई थी। दीपक की 6 बहनें हैं। एक का निधन हो चुका है। पांच बहनों में बड़ी नंदा फूलमाली सिवनी में शिक्षिका है। वहीं छोटी बहन बबीता का घर भी दीपक के घर के पास है। पूर्व में नंदा फूलमाली दीपक के साथ रहती थी। बाद में उसका विवाद हो गया था।
8 लाख के जेवर नकली में बदले
नंदा विवाद के बाद छोटी बहन बबीता के साथ रहने लगी। उसने अपने 8 लाख के जेवर बबीता की निगरानी में छोड़े थे। जून में नंदा ने जेवर देखें तो वे नकली निकले। उसे संदेह था कि बबीता का पति बंटी उर्फ ओमप्रकाश अपने बेटे सौरभ सोम कुंवर के साथ मिलकर ये कृत्य किया है। इसे लेकर उनके बीच विवाद हुआ। नंदा वापस दीपक के घर आकर रहने लगी। इस मामले की रांझी थाने में शिकायत की गई। दीपक बहन नंदा का साथ दे रहा था। यहीं रंजिश उसकी हत्या की वजह बनी।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस ने संदेह के आधार पर पहले बंटी उर्फ ओमप्रकाश को दबोचा। पूछताछ में उसने बेटे सौरभ और 16 वर्षीय नाबालिग के साथ मिलकर हत्या की बात स्वीकार किया। दीपक जैसे ही खंडहरों के पास पहुंचा, बंटी ने बेटे सौरभ के साथ उसे पकड़ लिया। ईंट से सिर पर मारा। इसके बाद गमछे से चेहरे को बांध दिया। घसीट कर तीनों उसे जीसीएफ के खंडहर में ले गए। वहां दीपक को पटक दिया। बंटी ने दीपक के पैर पकड़े और सौरभ व नाबालिग ने कंक्रीट का पत्थर उठाकर उसे सिर पर पटक दिया। हत्या के बाद तीनों वहां से भाग गए थे।