ग्वालियरमध्य प्रदेश

ग्वालियर चंबल अंचल में बारिश का कहर… नदियां उफनाई, गांवों का संपर्क कटा

ग्वालियर चंबल के मुरैना, भिंड, शिवपुरी में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जोरदार बारिश के चलते पार्वती, सिंध और चंबल नदियां उफान के साथ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। श्योपुर में 40 गांवों में अलर्ट घोषित किया गया है। मुरैना में 30 गांव खाली कराने के साथ ही 100 गांवों को अलर्ट किया गया है। भिंड में 8 गांवों का संपर्क कट गया है।

चंबल और पार्वती नदी की बाढ़ से ग्रामीणों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए एक हेलीकॉप्टर बुधवार को श्योपुर में पहुंचा है। जगह-जगह रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है

श्योपुर का राजस्थान से रोड बंद

श्योपुर में पार्वती नदी खतरे के निशान से 8 मीटर तो चंबल 1 मी. ऊपर है। श्योपुर का राजस्थान से सड़क संपर्क कट गया। खातोली पुल और कुहांजापुर पुल डूब जाने से श्योपुर कोटा और श्योपुर बांरा मार्ग सोमवार से ही बंद है। श्योपुर-सवाई माधोपुर नेशनल हाइवे पर दांतरदा के पास बनी पुलिया पानी से वाहनों आवागमन बंद हो गया है। प्रशासन ने इन गांवों को खाली करा लिया है। ग्रामीण घरों को छोड़कर ट्रैक्टर ट्रॉली व सड़कों पर रहने को मजबूर हो रहे हैं। प्रशासन द्वारा भोजन पैकेट के वितरण की व्यवस्था की गई है।

शिवपुरी में 35 गांवों का रास्ता बंद

शिवपुरी के मड़ीखेड़ा बांध से छोड़े जा रहे पानी में ग्वालियर जिले के भितरवार क्षेत्र में 35 साल पुराने बड़गोर पुल का वेयरिंग कोट पानी में बहने के साथ ही एप्रोच रोड भी कट गया है। इससे क्षेत्र के 35 गांवों का रास्ता बंद हो गया है। उन्हें अपने ठिकाने पर पहुंचने के लिए 30 किमी का चक्कर लगाना पड़ रहा है। मंगलवार को ब्रिज कारपोरेशन के कार्यपालन यंत्री ज्ञानवर्धन मिश्रा के साथ पहुंची सात सदस्यीय टीम ने क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण किया।

मुरैना में चंबल उफान पर

मुरैना में चंबल नदी उफान पर है। राजस्थान के कोटा बैराज बांध के साथ पार्वती नदी का पानी भारी मात्रा में आने से चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। राजघाट पर चंबल नदी का खतरे का निशान 138 मीटर है, वहां दोपहर तक चंबल का जलस्तर 142 मीटर को पार कर गया है। राजघाट पर बना पानी में समा गया है। उधर, प्रशासन की टीमें चंबल नदी किनारों के गांवों में मुस्तैद हैं। चंबल का जलस्तर 144 से 145 मीटर पहुंचने की आशंका को देखते हुए 38 गांवों को खाली कराया जा रहा है, जिसमें से करीब 20 गांव अब तक खाली कराकर ग्रामीणों और उनके मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जा चुका है।

भिंड में चंबल का रौद्र रूप

भिंड में एक बार फिर से चंबल ने अपना रौद्र रूप दिखा दिया है। चंबल का जलस्तर बुधवार की दोपहर चंबल नदी का पानी 124 मीटर पहुंच चुकी है। जल संसाधन विभाग के अफसरों के मुताबिक शाम आठ बजे तक चंबल का जलस्तर खतरे के निशान से नौ मीटर तक पहुंच जाएगा। चंबल का पानी 128 मीटर तक बहेगा। हालांकि दोपहर तक चंबल किनारे के आधा दर्जन गांव पानी से घिरे हैं, जिनमें नावली, वृंदावन, देवालय, मुकटपूरा, खेराहट समेत कई गांव का रास्ता कट गया है। इन गांवों को चंबल के पानी ने घेर लिया है।

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गांवों के रहवासियों की सुरक्षा में प्रशासनिक अफसर पूरी तरह मुस्तैद हैं। इसी के साथ हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी राशन आदि सामग्री भेजने की व्यवस्था भी की है। चंबल नदी एवं जलभराव वाले रास्तों पर आवागमन को रोकने के लिए बैरिकेट्स लगाकर, पुलिस जवान तैनात होकर निगरानी रखे हुए हैं।

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