
भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को चुनावी राज्यों में चुनावी रैलियों, जुलूस और रोड शो पर लगी रोक को 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है। हालांकि, भारत निर्वाचन आयोग ने डोर टू डोर कैंपेन के लिए 5 व्यक्तियों की सीमा को बढ़ाकर 10 व्यक्ति कर दिया है।
ये भी पढ़ें: जब रिहर्सल के दौरान नौसेना के जवानों ने निकाली ‘मोनिका ओ माई डार्लिंग’ की मनमोहक धुन, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
(2/2)
Limit of 5 persons for door to door campaign enhanced to 10 personsVideo vans for publicity permitted at designated open spaces with COVID restrictions
— Spokesperson ECI (@SpokespersonECI) January 22, 2022
घर-घर प्रचार में अब 10 शामिल हो सकेंगे
भारत चुनाव आयोग ने कहा कि 31 जनवरी 2022 तक रोड शो, पद-यात्रा, वाहन रैली और जुलूस की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा डोर टू डोर कैंपेन के लिए 5 व्यक्तियों की सीमा बढ़ाकर 10 व्यक्ति कर दी गई है। पहले चरण के लिए राजनीतिक दलों या चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की फिजिकल सार्वजनिक बैठकों के लिए 28 जनवरी, 2022 से और चरण 2 के लिए 1 फरवरी, 2022 से छूट दी गई है।
ये भी पढ़ें- केंद्र का बड़ा फैसला : अब हर साल 23 जनवरी से शुरू होगा गणतंत्र दिवस का जश्न, इस वजह से बदली गई तारीख
मीटिंग के लिए 50% तक की मंजूरी
चुनाव आयोग ने इंडोर में मीटिंग के लिए 500 या हॉल की क्षमता के अनुसार 50% तक की मंजूरी दी है। इसके लिए जिला चुनाव आयोग से पहले इस संबंध में मंजूरी लेना अनिवार्य होगा और कोरोना के नियमों का पालन करना भी जरूरी है। सिर्फ सोशल मीडिया पर कैम्पेन करने की इजाजत रहेगी। शनिवार को भारत चुनाव आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और पांच राज्यों के मुख्य स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वर्चुअल बैठक के बाद ये फैसला लिया।
10 मार्च को घोषित किए जाएंगे नतीजे
चुनाव आयोग ने कहा है कि वह फिर से स्थिति की समीक्षा करेगा और भविष्य में फिजिकल रैलियों की इजाजत दी जाए या नहीं इस पर आगे फैसला लेगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
ये भी पढ़ें: इंडिया गेट पर लगेगी सुभाष चंद्र बोस की विशाल प्रतिमा, PM मोदी 23 जनवरी को करेंगे सिम्बोलिक होलोग्राम मूर्ति का अनावरण