
जबलपुर। शहर में ठंडे पेय, आईसक्रीम, लस्सी, कुल्फी का सालाना कारोबार 1 अरब रुपए के आंकड़े को छू रहा है। शहर में हर साल करीब 50 करोड़ का कारोबार केवल गर्मी के 3 से 4 माह में होता था जो इस बार अच्छी शुरूआत कर रहा है। इस व्यवसाय से करीब 5 हजार लोग जुड़े हैं।
गर्मी के मौसम के आते ही शहर में विभिन्न प्रकार के ठंडे पेयों की बिक्री बढ़ती है। इनमें विभिन्न कोल्ड ड्रिंक्स जैसे कोकाकोला, स्प्राईट, थम्सअप, मिरांडा, सिम्पलेक्स सहित ठंडाई युक्त शरबत, लस्सी, जूस, बर्फ, आईसक्रीम, कुल्फी इत्यादि मुख्य हैं। शहर में छोटी-बड़ी एक हजार शॉप्स सहित ठेले पर कारोबार करने वाले इससे जुडे रहते हैं।
2 साल कोरोना ने लगाया था पलीता
गत 2 साल के दौर में लॉक डाउन के अलावा जो दूसरी और बड़ी मुसीबत रही वह यह कि लोगों ने कोरोना के डर से ठंडे पेय से दूरी बनाकर रखी। सर्दी,खांसी,जुकाम से पीड़ित होने पर जांच करवाने में कहीं कोरोना न बता दिया जाए इस डर से लोगों ने ठंडे पेय इस्तेमाल ही नहीं किए। लिहाजा 2 साल तक इस व्यापार में लोगों ने जमकर घाटा उठाया। अब ऐसा नहीं है और इस बार उन्हें अच्छे मुनाफे की संभावना है।
फैक्ट फाइल
- 90 से 100 करोड़ का कारोबार हर साल ठंडे पेय का
- 05 हजार परिवार जुड़े हैं ठंडे पेय कारोबार से
- 02 साल रहा काम काज प्रभावित
- 1000 छोटी बड़ी दुकानें हैं ठंडे पेय की
- 2000 लोग ठेले पर कुल्फी,गन्ना जूस या इसी तरह की दुकान लगाते हैं
- 2000 कर्मचारी, डिस्ट्रीब्यूटर और सप्लाई चेन से जुड़े लोग हैं
शीतल पेय का बाजार इस बार उठने की संभावना है हालाकि विगत 2 साल कोरोना के चलते बेहद बुरे बीते। जहां तक हमारी फैक्टरी की बात है तो कोकोकोल बाटलिंग प्लांट में भी काम संतषजनक हो रहा है। -विकास मित्तल, डायरेक्टर,कोका कोला बाटलिंग प्लांट,रिछाई।
हमारी फूटाताल चौक पर आईसक्रीम व ठंडे पेय की दुकान है, बिक्री अच्छी हो रही है। गर्मी के मौसम में अच्छी ग्राहकी होती है। बाकी सीजन में बिक्री कुछ कम हो जाती है। -कमर रजा,संचालक आईसक्रीम सेंटर।
लस्सी का कारोबार अच्छा खासा चल रहा है। हर दुकान से 5 कर्मचारी भी जुड़े रहते हैं। लोग शुद्धता व सफाई पर ध्यान देते हैं। उम्मीद है यह सीजन अच्छा जाएगा। -मनीष मालवीय, लस्सी दुकानदार।