
सीधी। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार को जबलपुर लोकायुक्त (Jabalpur Lokayukta) की टीम ने कटनी (Katni) में एक डॉक्टर को 15 हजार रुपए की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इसी बीच दोपहर को सीधी जिले में रीवा लोकायुक्त (Rewa Lokayukta) ने महिला बाल विकास कुसमी में पदस्थ परियोजना अधिकारी के बाबू को लोकायुक्त टीम ने 25 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है।
आरोपी बाबू ने आदिवासी महिला से आंगनवाड़ी सहायिका के पद में नौकरी दिलाने के एवज में रिश्वत की मांग की थी।
नौकरी के बदले मांगी घूस
लोकायुक्त अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ के मुताबिक, रौहाल निवासी रनिया देवी पति स्व. तेजभान सिंह (38) ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा आवेदन देकर शिकायत की थी कि परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास कुसमी का बाबू एसके तिवारी सहायक ग्रेड 2 ने आंगनवाड़ी सहायिका के पद में नौकरी के बदले में 25 हजार रिश्वत की मांग कर रहा है। लोकायुक्त एसपी ने शिकायत मिलने के बाद मामले की गंभीरता लिया और सत्यापन कराया।
टीम ने रंगे हाथ दबोचा
जांच में शिकायत सही पाए जाने पर मंगलवार दोपहर लोकायुक्त की 16 सदस्य टीम ने परियोजना कार्यालय महिला बाल विकास कुसमी पर दबिश दी। टीम ने धरपकड़ करने के लिए जाल बिछाया और जैसे ही फरियादी रनिया देवी ने आरोपी बाबू को 25 हजार रुपए रिश्वत के दिए। इस दौरान लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। लोकायुक्त की टीम द्वारा बाबू को आगे की कार्रवाई के लिए सीधी लाया गया। दोनों पक्ष से कार्रवाई के बाद उसे मुचलके पर छोड़ दिया गया है।
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कटनी में डॉक्टर रिश्वत लेते पकड़ाया
मंगलवार को जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने कटनी जिला अस्पताल में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. पीडी सोनी को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी ने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सोनी ने 40% दिव्यांगता के प्रमाण-पत्र के लिए शंकर से 40 हजार रुपए की मांग की थी। इसकी पहली किश्त के तौर पर 15 हजार रुपए लेते पकड़ा गया।