
संतोष चौधरी-भोपाल। ‘महिलाओं को मैनेजमेंट सौंपने का कॉन्सेप्ट अद्भुत है। सब कुछ देखकर अच्छा लगता है। यहां बहुत सुरक्षित महसूस किया। मैं यहां दोबारा आना चाहूंगी।’ यह कहना है पर्यटक रूपल पी. अमीन का जो पचमढ़ी के अमलतास होटल में आ कर रुकीं। इसी तरह सूरत से एक दर्जन महिलाओं का ग्रुप यहां रुक कर सरप्राइज्ड है। इस साल 15 सितंबर से होटल की बागडोर महिलाओं के हाथों में है। महिलाओं को रोजगार देने और सुरक्षित पर्यटन के लिए यूएन की वुमन विंग के साथ मिलकर पर्यटन निगम यह प्रयोग कर रहा है।
यहां की मैनेजर ज्योति जायसवाल बताती हैं कि वूमेन मैनेजमेंट से टूरिस्ट प्रभावित हैं। महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित माहौल मिल रहा है। कई टूरिस्ट ऐसे हैं, जो बच्चों को स्टाफ के पास छोड़कर घूमने चले जाते हैं। खास बात यह है कि दो महिलाएं नाइट वॉचवुमैन का काम संभाल रही हैं। ज्योति बताती हैं कि ढाई माह में यहां टूरिस्ट-रेवेन्यू दोनों में इजाफा हुआ है। अक्टूबर में रेवेन्यू 18 लाख था, जो नवंबर में 22 लाख रु. हो गया।
संभवत: गवर्नमेंट सेक्टर में यह पहला कॉन्सेप्ट है। देश में इसे सराहा जा रहा है। हम संदेश देना चाहते हैं कि मप्र में टूरिज्म महिला सुरक्षा को लेकर बहुत संवेदनशील है। – इलैयाराजा टी, एमडी, मप्र पर्यटन विकास निगम