इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर में चूड़ी बेचने वाले तस्लीम को नहीं मिली जमानत, छेड़छाड़ के आरोप में जेल भेजा गया

तस्लीम के वकील बोले- वह निर्दोष है, जमानत के लिए हाईकोर्ट जाएंगे

इंदौर। शहर में 10 दिन पहले भीड़ की पिटाई का शिकार तस्लीम को कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी है। उसे नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार किया गया था। तस्लीम पर आरोप है कि वह चूड़ी बेचने के लिए घर में गया था। वहां उसने घटना को अंजाम दिया। भीड़ ने उसकी पिटाई कर दी थी। तस्लीम के वकील एहतिशाम ने कहा- हम जमानत के लिए हाईकोर्ट जाएंगे। वह निर्दोष है और कुछ लोगों की नफरत का वह शिकार हुआ है।

सीनियर सरकारी अधिवक्ता संजय मीणा ने बताया कि चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली (25 साल) की अर्जी को मंगलवार को पॉक्सो कोर्ट के स्पेशल एडिशनल जज पावस श्रीवास्तव की कोर्ट ने खारिज कर दिया। 13 साल की बच्ची ने उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपी को 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट में पुलिस की तरफ तस्लीम की जमानत का विरोध किया गया। पुलिस का कहना था कि आरोपी यूपी का रहने वाला है। यदि उसे जमानत दी जाती है तो फिर उसके खिलाफ जांच करना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में उसका जेल में रहना जरूरी है। तस्लीम यूपी के हरदोई का रहने वाला है।

तस्लीम पर धोखाधड़ी का भी केस

तस्लीम अली के खिलाफ धोखाधड़ी का केस भी दर्ज किया गया है, क्योंकि उसके पास दो आधार कार्ड बरामद किए गए थे। दोनों में ही उसका परिचय अलग-अलग था। इसके अलावा उसके पास से एक वोटर आईडी कार्ड भी पाया गया था। उसमें भी तस्लीम अली का नाम अलग था।

22 अगस्त को तस्लीम को पीटा गया था

दरअसल, इंदौर के गोविंद नगर इलाके में 22 अगस्त को तस्लीम को पीटे जाने का मामला सामने आया था। शुरुआत में कहा गया कि कुछ लोगों ने उसका नाम पूछा और पिटाई कर दी। अगले ही दिन मामले में तब नया मोड़ आया, जब तस्लीम पर अपनी पहचान को छिपाने और छेड़छाड़ का आरोप लगा। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि वह अपनी पहचान छिपा रहा था। उसके पास अलग-अलग नाम से आधार कार्ड मिले। एक जला पहचान पत्र मिला। इसमें अलग नाम लिखा।

तस्लीम के समर्थन में भीड़ ने कोतवाली घेरी थी

तस्लीम ने थाने में आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की और 10 हजार रुपए की चूड़ियां भी छीन लीं। हालांकि, पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था। घटना के 8 घंटे बाद भीड़ ने सेंट्रल कोतवाली का घेराव कर दिया। तब पुलिस ने 4 लोगों को तस्लीम की पिटाई करने, लूटपाट और सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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