
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में कई जगहों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी कारोबारियों के कई ठिकानों पर ईडी ने ठिकानों पर छापेमारी की है। केंद्रीय जांच एजेंसी की यह कार्रवाई अवैध खनन मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में चल रही है। बताया जा रहा है कि जिन लोगों के यहां छापेमारी की जा रही है उनका राजनीतिक गलियारों में मजबूत कनेक्शन है।
इनके ठिकानों पर की छापेमारी
अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने रांची में मुख्यमंत्री के कुछ करीबी सहयोगियों के घर भी दबिश दी है। इसमें सीएम सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, आईएएस और साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव (राजस्थान, साहिबगंज), खोदनिया ब्रदर्स (साहिबगंज), आर्किटेक्ट विनोद कुमार, पूर्व विधायक पप्पू यादव, डीएसपी राजेंद्र दुबे के हजारीबाग समेत अन्य ठिकानों, अभय सरावगी के कोलकाता स्थित आवास, अवधेश कुमार व रोशन आदि के ठिकाने शामिल हैं।
इन लोगों की हो चुकी गिरफ्तारी
अवैध पत्थर खनन मामले में वर्तमान में मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, नेताओं व नौकरशाहों का चहेता प्रेम प्रकाश, दाहू यादव का बेटा राहुल यादव, कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत व टिंकल भगत जेल में बंद है। दाहू यादव फरार है। इसी केस में बच्चू यादव व पशुपति यादव को जमानत मिली है।
क्या है पूरा मामला?
झारखंड में कथित खनन घोटाले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। ईडी ने पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को PMLA एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को भी आरोपी बनाया गया है। दोनों को 4 और 5 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। दोनों न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी ने इससे पहले PMLA एक्ट, 2002 के तहत हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, दाहू यादव और उनके सहयोगियों के 37 बैंक खातों में 11.88 करोड़ रुपए सीज किये थे। ईडी ने साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा में 19 स्थानों पर तलाशी ली थी।
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