मप्र में पिछले दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मूसलाधार बारिश के चलते नर्मदा, ताप्ती, बेतवा, शिप्रा सहित कई नदियां उफान पर हैं। नदी-नाले के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात हैं। भोपाल-नागपुर हाईवे दो दिन में दूसरी बार सुखतवा पुल पर पानी आने से बंद हो गया। इधर, तवा डैम से छोड़े जा रहे पानी से हरदा, देवास, सीहोर, खरगोन, बड़वानी के नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा है।
#धार जिले के कुक्षी तहसील के सुसारी ग्राम में मंगलवार को मूसलाधार #बारिश से नाले में बाढ़ आ गई। जिसमें एक दूध का टैंकर पलटकर डूब गया। देखें #वीडियो#PeoplesUpdate #MPNews #rain pic.twitter.com/T1HijQQ6wR
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धार में दूध का टैंकर पलटा
धार जिले के कुक्षी तहसील के सुसारी ग्राम में मंगलवार को मूसलाधार बारिश से नाले में बाढ़ आ गई। जिसमें एक दूध का टैंकर पलट गया। टैंकर के अंदर चालक सहित 2 लोग बैठे थे। जो पानी में बह गए। जिनका पता नहीं चला कुक्षी से एंबुलेंस और गोताखोर प्रशासन ने मौके पर भिजवाए।
#इंदौर : #यशवंत_सागर का एक गेट खोला गया#DamGate @MPNews #PeoplesUpdate pic.twitter.com/kyqPBjX9we
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यशवंत सागर का एक गेट खोला
भारी बारिश से इंदौर के यशवंत सागर लबालब हो गया है। मंगलवार सुबह यशवंत सागर अपनी अधिकतम क्षमता 19 फीट तक भर गया। फुल होने से सुबह 7 बजे बांध के 1 गेट को 5 फीट ऊंचाई तक खोला। करीब 1 घंटा 20 मिनिट बांध का गेट खुला रखा। पानी का लेवल कम होने पर गेट बंद किया गया।
खंडवा में स्कूलों की छुट्टी
मूसलाधार बारिश से खंडवा में आबना नदी में उफान आने से किशोर कुमार समाधि स्थल और इंदौर रोड तक पानी आ गया। नदी किनारे के खेत डूब गए। मौसम को देखते हुए खंडवा प्रशासन ने मंगलवार को स्कूलों में क्लास 1 से 8वीं तक के बच्चों की छुट्टी घोषित कर दी। नर्मदापुरम जिले में तवा बांध के गेट खुलने से खंडवा में इंदिरा सागर बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
#भोपाल: तेज #बारिश के चलते नर्मदापुरम स्थित #तवा_डैम के सभी 13 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। देखें #वीडियो#rain #MPNews #PeoplesUpdate pic.twitter.com/fcKLsgq0Q7
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तवा डैम के 13 गेट खोले
तेज बारिश से नर्मदापुरम स्थित तवा डैम लबालब भर गया। इस कारण सोमवार सुबह डैम के सभी 13 गेट खोल पानी छोड़ा गया। बारिश के सीजन में पहली बार तवा डैम के सभी गेट 10-10 फीट तक खोले गए। दिनभर इन गेटों से पानी छोड़ा गया। गिरते पानी के इस रोमांचक नजारे को देखने के लिए यहां कई सैलानी पहुंचे।
उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर
उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ा। जिसके चलते शिप्रा नदी स्थित रामघाट पर बने सभी छोटे बड़े मंदिर जलमग्न हो गए। मंगलवार सुबह से रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण शहर में कई स्थानों पर जल भराव की समस्या हुई। बड़नगर को जोड़ने वाले छोटे पुल से करीब तीन फ़ीट पानी ऊपर बहने लगा।
खरगोन में केवट नदी भी बेकाबू
खरगोन में कुंदा और वेदा नदी उफना गई हैं। झिरन्या इलाके में वेदा नदी पर बने अपरवेदा बांध के गेट खोलना पड़ गए। सोमवार को बांध के सात में से चार गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। मंगलवार को तीन गेट बंद कर दिए गए। खरगोन जिले में केवट नदी भी उफना गई है।
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