
श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के जंगल बाहर आए चीतों का झुंड एक बार फिर रिहायशी इलाके में पहुंच गया। मादा चीता ज्वाला और उसके चार शावक श्यामपुर गांव के पास निर्माणाधीन रेलवे ट्रैक और कूनो नदी के पास देखे गए, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया।
ग्रामीणों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से किया हमला
कूनो से बाहर निकले पांच चीतों पर ग्रामीणों ने लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वन विभाग की टीम ग्रामीणों से चीतों से दूर रहने की अपील करती नजर आ रही है, लेकिन लोग नहीं माने।
चीते ने गाय पर किया हमला, फिर भागे
सोमवार सुबह कूनो नदी के पास पहुंचे चीतों को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। मादा चीता ज्वाला ने अपने शावकों के साथ एक गाय पर हमला किया, लेकिन ग्रामीणों ने लाठियों और पत्थरों से हमला कर उन्हें भगा दिया। चीता ज्वाला ने कुछ देर तक गाय का गला पकड़े रखा, लेकिन पत्थर लगने के बाद वह शावकों के साथ जंगल की ओर भाग गई।
चीतों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की अपील
वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे चीतों को नुकसान न पहुंचाएं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें। वन विभाग की टीमें लगातार इलाके में निगरानी कर रही हैं।
21 फरवरी को जंगल में छोड़े थे चीते
मादा चीता ज्वाला और उसके शावकों को 21 फरवरी को कूनो के खजूरी जंगल में छोड़ा गया था। एक महीने तक वे पार्क की सीमा में रहे, लेकिन शनिवार को पहली बार बाहर निकले। चीता मित्रों और वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए बताया कि चीतों से डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे इंसानों पर हमला नहीं करते।
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