मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में 17 साल के छात्र ने खाने में 3-3 इंच की 27 कीलें खा लीं। इस घटना को लेकर उस वक्त पता चला जब छात्र को पेट में बहुत तेज दर्द हुआ। इसके बाद परिजन उसे माहेश्वरी नर्सिंग होम लेकर आए। जहां डॉक्टरों ने छात्र का अल्ट्रासाउंड कराया तो वे हैरान रह गए।
डॉक्टर रह गए दंग
बता दें कि नर्सिंग होम के सीनियर सर्जन ने तत्काल ऑपरेशन करने का फैसला लिया। ऑपरेशन के ढाई घंटे बाद छात्र के आमाशय से 25 कीलें और छोटी आंत से 2 कीलें निकाली गई हैं। डॉक्टरों ने बताया कि छात्र अभी खतरे से बाहर है। वहीं सीनियर डॉक्टर्स का कहना है कि उनके लिए ये ऑपरेशन सामान्य नहीं है। ऐसा केस पहली बार ही सामने आया है। छात्र को देखने के बाद डॉक्टर हैरान थे कि बच्चा अभी तक जिंदा कैसे हैं।
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, मुरार के आर्यनगर निवासी 17 साल का धनंजय कुमार को एक दिन पहले पेट में बहुत तेज दर्द हुआ। जिसके कुछ देर बाद ही उसका पेट फूलना शुरू हो गया और उल्टियां होने लगीं। जब दर्द हद से पार हो गया तो परिजन उसे लेकर माहेश्वरी नर्सिंग होम पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने दर्द का कारण जानने के लिए अल्ट्रासाउंड कराया तो वे हैरत में पड़ गए है।
छात्र के पेट से निकलीं कीलें
अल्ट्रासाउंड में छात्र के पेट में लोहे की कई कीलें नजर आईं। जिसके बाद सीनियर सर्जन ने ऑपरेशन करने का फैसला लिया। बता दें कि ऑपरेशन करने में जरा सी देरी छात्र की जान पर भारी पड़ सकती थी। इसलिए हॉस्पिटल के सीनियर सर्जन डॉ. वीरेन्द्र माहेश्वरी, डॉ. श्वेता माहेश्वरी ने रविवार दिन में ऑपरेशन शुरू किया। जो करीब ढाई घंटे तक चला।
डॉक्टर्स ने डैमेज पार्ट को सही किया
डॉक्टर्स ने आमाशय में से 25 कीलें निकाल लीं। लेकिन 2 कील छोटी आंत के अंदर चली गई थीं। हालांकि डॉक्टरों ने आंत में छेद भी कर दिए थे। बता दें कि डॉक्टरों ने यहां से भी कील को निकालकर डैमेज पार्ट को सही किया। इसके बाद सफलता पूर्वक ऑपरेशन पूरा हुआ। डॉ. वीरेन्द्र माहेश्वरी की मानें तो छात्र अब सुरक्षित है।