
नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव की प्रकिया मार्च के पहले हफ्ते में शुरू हो सकती है। संभावना है कि होली से पहले पार्टी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए दक्षिण भारत से किसी नेता के नाम पर सहमति बन सकती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए बीजेपी का फोकस अब दक्षिण के राज्यों पर है। फरवरी के आखिर तक 18 राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों की चयन प्रकिया पूरी होते ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव का कार्यक्रम घोषित होगा।
नया राष्ट्रीय ही अध्यक्ष चुनेगी बीजेपी
बता दें कि, पार्टी मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक और कार्यकाल देने की जगह नया राष्ट्रीय ही अध्यक्ष चुनेगी। भाजपा के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए कोई व्यक्ति लगातार दो टर्म तक इसके लिए चुना जा सकता है। इसके तहत जेपी नड्डा दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने की योग्यता रखते हैं, लेकिन उन्होंने दोबारा अध्यक्ष बनने की जगह किसी नए व्यक्ति को यह जिम्मेदारी देने की बात कही है।
बीजेपी का फोकस दक्षिण के राज्यों पर
पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए दक्षिण भारत से किसी नेता के नाम पर सहमति बन सकती है, क्योंकि बीजेपी का फोकस अब दक्षिण के राज्यों पर है। पिछले 20 साल में वहां से कोई पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना है। 2002 में आखिरी बार पूर्व राष्ट्रपति वैंकेया नायडू बीजेपी के अध्यक्ष बने थे। इस मुद्दे पर पार्टी आरएसएस से भी चर्चा कर चुकी है।
नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में होगा लोकसभा चुनाव 2029
बीजेपी में जो भी नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगा अगला लोकसभा चुनाव 2029 उसी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल होता है, ऐसे में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल जनवरी 2028 तक होगा। ठीक 14 महीने बाद लोकसभा चुनाव होंगे। जिसके चलते उनका कार्यकाल लोकसभा चुनाव तक बढ़ाया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराने से पहले भाजपा में सभी प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव होते हैं। यह चुनाव मंडल से लेकर जिला और प्रदेश स्तर तक होता है। प्रदेश स्तर पर चुनाव की प्रक्रिया जारी है।
ये भी पढ़ें- अडानी मुद्दे पर अमेरिका में उठा सवाल, राहुल गांधी का पीएम मोदी पर हमला, बोले- PM ने US में भी पर्दा डाला