अंतर्राष्ट्रीयताजा खबर

Mahadev Betting App : ऐप का प्रमोटर सौरभ चंद्राकर दुबई में नजरबंद, जल्द हो सकती है गिरफ्तारी, जल्द लाया जाएगा भारत

दुबई। महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर और मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अधिकारियों ने दुबई में नजरबंद कर दिया है। चंद्राकर महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप के दो मुख्य आरोपी मालिकों में से एक हैं, जो एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच भी कर रहा है। चंद्राकर दुबई से ही अपने कारोबार को ऑपरेट करता है। हालांकि, ईडी ने आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है।

चंद्राकर को बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। बाहर की एजेंसियां ने भी उसकी हर हरकत पर पेनी नजर रखी हुई हैं। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अधिकारियों ने ED के अनुरोध पर जारी रेड कॉर्नर नोटिस के बाद चंद्राकर की लोकेशन का पता कर उसे नजरबंद कर दिया।

दीपक नेपाली.

दीपक नेपाली हिरासत में

इस केस से जुड़ी एक खबर छत्तीसगढ़ से भी सामने आ रही है। प्रदेश की दुर्ग क्राइम ब्रांच ने महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े दीपक नेपाली को भिलाई से मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। दीपक लंबे समय से सौरभ चंद्राकर और रवि चंद्राकर के संपर्क में भी था। इसलिए उसकी तलाश पुलिस लंबे समय से कर रही थी। दीपक पर अपहरण, लूट सहित कई मामले दर्ज हैं।

क्या है महादेव बेटिंग ऐप ?

महादेव बेटिंग ऐप केस एक हाई-प्रोफाइल घोटाला है, जिसमें एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म शामिल है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और यहां तक की चुनावों में भी अवैध तरीके से सट्टा लगाया जाता है। अवैध सट्टे के नेटवर्क के जरिये ऐप का जाल तेजी से फैला और सबसे ज्यादा खाते छत्तीसगढ़ में खुले। इस ऐप से धोखाधड़ी के लिए एक पूरा खाका बनाया गया था।

सौरभ चंद्राकर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल ने सौरभ चंद्राकर को लेकर एक रेड कॉर्नर नोटिस रिलीज हुआ था। वहीं मिडिल ईस्ट के देश रेड कॉर्नर नोटिस पर जांच कर रहे हैं। जबकि, खाड़ी देश के अधिकारी इंतजार कर रहे हैं कि एक बार फिर भारतीय अधिकारी चंद्राकर के भारत प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू कर दें, तो वे उसे तुरंत हिरासत में ले लिया। भारत ने यूएई के साथ प्रत्यर्पण समझौता किया हुआ है, इससे चंद्राकर को भारत लाना आसान हो जाएगा।

फ्रेंचाइजी के रूप में चलाता है ऐप

महादेव बेटिंग ऐप कई ब्रांच से चलाया जाता है। हर ब्रांच के दो मुख्य प्रमोटर हैं। सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल। दोनों फ्रेंचाइजी के रूप में आईडी बेचते थे। यूजर को शुरुआत में खूब फायदा मिलता है, लेकिन बाद में बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है। फायदे का 80% हिस्सा दोनों अपने पास रखते थे। इसे ऐसे बनाया गया था कि सिर्फ 30 फीसदी यूजर्स जीतते, बाकी सब हार जाते हैं।

क्या है पूरा मामला?

छत्तीसगढ़ के रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के समक्ष एक केस चल रहा है। इस केस के आधार पर ही महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही है। जांच का जिम्मा देश की केंद्रीय जांच एजेंसियों को दिया गया है। जांच एजेंसी के अनुसार, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दोनों प्रमोटर यूएई में बनाए गए अपने ऑफिस के जरिए महादेव बेटिंग ऐप को भारत में ऑपरेट करते थे।

दोनों ने इस ऐप के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला का लेनदेन किया है। इस केस में कम से कम 6000 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है। रवि उप्पल को दिसंबर की शुरुआत में अरेस्ट कर लिया गया था।

200 करोड़ की शादी के बाद आए ईडी के रडार पर

फरवरी 2023 में, सौरभ ने यूएई में शादी की। इस आलीशान शादी में महादेव एप के प्रमोटर्स ने 200 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। इस शादी में प्राइवेट जेट से मशहूर हस्तियों को बुलाया गया। इतना ही नहीं शादी के लिए मुंबई से वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर भी बुलाए गए। इसके बाद ईडी ने योगेश पोपट और मिथिलेश समेत कई अन्य प्रमोटर्स के ठिकानों पर छापा मारकर 112 करोड़ रुपए की हवाला राशि के सबूत इकट्ठे किए थे।

ये भी पढ़ें- Pakistan General Election : कौन है वो हिंदू महिला उम्मीदवार जो पहली बार लड़ेगी पाकिस्तान चुनाव, आम चुनाव के लिए फाइल किया नॉमिनेशन

संबंधित खबरें...

Back to top button