
भोपाल। धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग को लेकर सीएम डॉ. मोहन यादव ने बड़ा निर्णय लिया है। इस विभाग का डायरेक्ट्रेट महाकाल की नगरी उज्जैन में शिμट किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में एक नोटशीट विभाग को भेजी है। विभाग ने प्रशासकीय स्वीकृति के लिए मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी के पास प्रस्ताव भेजा है। विभाग की अभिमत के बाद पूरा सेटअप तैयार किया जाएगा। प्रस्ताव को कैबिनेट में भी भेजा जाएगा। प्रदेश का यह पहला डायरेक्ट्रेट होगा, जो राजधानी के बाहर होगा। यह संचालनालय प्रदेश में बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराने के साथ विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक मेलों का आयोजन कराता है। मुख्यालय की शिμिटंग के पीछे सिंहस्थ की तैयारियों को कारण बताया गया है। हर 12 वर्ष में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होता है। अगला सिंहस्थ 2028 में होना है। इसमें धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की बड़ी भूमिका होती है। वर्तमान में धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का संचालनालय सतपुड़ा भवन, भोपाल में संचालित हो रहा है।
उज्जैन से ही निर्धारित होंगे धार्मिक आयोजन :
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का मुख्यालय उज्जैन में स्थानांतरित होने के बाद पूरा स्टाफ वहीं बैठेगा। स्थानीय कलेक्टर को उज्जैन में कार्यालय की व्यवस्था करनी होगी। हालांकि विभाग के प्रमुख सचिव व अन्य स्टाफ भोपाल में ही बैठेगा।
मेला प्राधिकरण भी उज्जैन में स्थानांतरित करने पर विचार
मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण भी उज्जैन में स्थानांतरित करने पर विचार चल रहा है। इसको लेकर भी प्रस्ताव बनाया गया है। सहमति बनती है तो मध्य प्रदेश तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण को भी उज्जैन में स्थानांतरित किया जाएगा।
सरकार की मंशा के अनुसार धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग डायरेक्ट्रट उज्जैन में शिμट करने की कार्रवाई की जा रही है। – ई रमेश, प्रमुख सचिव, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग