मध्यप्रदेश के रीवा जिले में पाठ्य पुस्तक निगम के डिपो प्रबंधक को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि अधिकारी ने फरियादी से सातवें वेतनमान का लाभ और सितंबर 2017 से दूसरे प्रमोशन का लाभ दिए जाने के एवज में 2 लाख रुपए सहायक वित्त अधिकारी भोपाल ने मांग की थी। जिसमें से वे 1 लाख 70 हजार रुपए दे चुका था। उसके बाद रीवा का डिपो प्रबंधक बचे हुए 30 हजार रुपए मांग रहा था। लोकायुक्त टीम की कार्रवाई के बाद से निगम में हड़कंप मच गया है।

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज
बता दें कि पैसे न देने पर डिपो प्रबंधक काम नहीं कर रहा था। जिसके बाद पीड़ित ने लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर एसपी से शिकायत की। वेरिफिकेशन के बाद आवेदन सही पाया गया। ऐसे में 30 हजार रुपए के साथ डिपो प्रबंधक को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। रीवा लोकायुक्त ने दोनों अधिकारियों को आरोपी बनाते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की है।
ये अधिकारी ट्रैपिंग में शामिल रहे
जानकारी के अनुसार, डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार के नेतृत्व में निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार, उपनिरीक्षक आकांक्षा पाण्डेय, प्रधान आरक्षक मुकेश मिश्रा, पवन पाण्डेय, धर्मेंद्र जायसवाल, प्रेम सिंह, लवलेस पाण्डेय, शाहिद खान सहित 15 सदस्यीय दल के साथ मिलकर ट्रैपिंग की कार्रवाई की गई है। बता दें कि कार्रवाई अभी भी जारी है।