जबलपुर

अपराध पर अंकुश लगाने पुलिस के सामने हर दिन बढ़ रहे नए चैलेंज

सिद्धार्थ तिवारी जबलपुर। पुलिस के सामने हर दिन एक नया टास्क होता है। नए तरीके अपनाते शातिर अपराधियों के तरीकों और उनकी गिरफ़्तारी में पुलिस को लगातार कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन पुलिस अपना हर बार बेस्ट देती है और अपराधियों के हौसले पस्त करती है। जबलपुर शहर के एएसपी गोपाल खांडेल ने पीपुल्स समाचार से साक्षात्कार के दौरान यह बातें कहीं। एएसपी शहर गोपाल खांडेल वरिष्ठ अधिकारियों की दी गई हर कसौटी पर खरे उतरे। साथ ही उनके पास गुहार लगाने पहुंचे पीड़ितों की सुनवाई कर उन्हें उचित न्याय दिलाया। वे 5 जुलाई 1996 में डीएसपी के पद पर चयनित हुए थे, जिसके बाद उनको पहला जिला धार मिला था। इसके बाद वह लगातार अपना बेहतर कार्य करते हुए एएसपी के पद पर पदोन्नत हुए।

इस मामले को सुलझाने के बाद मिली खुशी

खांडेल ने बताया कि सिवनी क्षेत्र में वर्ष 2018 में वह एएसपी के पद पर पदस्थ थे। सिवनी में स्थित उगली थाना क्षेत्र के एक गांव में 6 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी गई थी। मामला अज्ञात था और बहुत टीम भी नहीं थी। इसके लिए जबलपुर से एफएसएल टीम बुलाई और फिर एसडीओपी और टीआई के साथ मिलकर जांच शुरू की। लगभग 5 दिन में मामले का खुलासा कर दिया गया था, बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने वाला उसका सगा फूफा ही था। जब यह खुलासा हुआ, तो बच्ची के परिजन के साथ पुलिस को भी आश्चर्य हुआ था।

सबसे ज्यादा इन अपराधों पर फोकस

पुलिस के सामने जो सबसे बड़ा टास्क है वह साइबर अपराध है। साइबर अपराध से निपटने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अपराधियों के नए तरीकों को जानने और उनके किए गए अपराधों की सघन जांच की जाती है, ताकि अपराधी कैसे अपराध करता है उसे समझा जा सके। साइबर अपराध को रोकने के लिए आरक्षक से लेकर अधिकारियों तक का साइबर अपराधों के बारे में अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है, जिसके बाद ही साइबर अपराधों पर लगाम लगाई जा सकेगी।

कर्मचारियों को स्वस्थ रहने करते हैं प्रेरित

पुलिस कर्मचारी अपना कार्य लगन से करते हैं। लेकिन जिस हिसाब से शहर बढ़ रहा है उसमें बल की कमी है। त्योहारों, जुलूस, रैलियों, यातायात व्यवस्था सुधारने में अतिरिक्त बल लगता है। व्यवस्थाओं में बल लगाने के लिए रिजर्व का उपयोग तो करते है, लेकिन थानों से भी अधिकारी, कर्मचारी लगाएं जाते हैं। बल व्यवस्थाओं में लग जाता है, जिससे दूसरे कार्य प्रभावित होते हैं। हालांकि जितना बल है उतने में ही अच्छी व्यवस्था बना ली जाती है। कर्मचारियों को हमेशा स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया जाता है और समय-समय पर उनके लिए हेल्थ कैंप भी आयोजित किए जाते हैं।

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