
नई दिल्ली। आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 80वीं जयंती है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ‘X’ पर लिखा- “हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।” वहीं कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वीर भूमि पर राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ रॉबर्ट वाड्रा, उनके बेटे और साथ ही कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।
“पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा”
राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक… पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा है, और भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने – आपकी यादें साथ ले कर इन्हें पूरा करूंगा।’
देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाए : खड़गे
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री, राजीव गांधी, भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुंचा दिया। मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नई शिक्षा नीति जैसे उनके कई सुखद कदम देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाए। हम भारत रत्न, राजीव गांधी जी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।’
आत्मघाती बम धमाके में पूर्व पीएम की हुई थी हत्या
भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी की 21 मई 1991 को एक आतंकी हमले में हत्या कर दी गई थी। दक्षिण भारत के तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव का प्रचार करने के दौरान राजीव गांधी के पास एक महिला फूलों का हार लेकर पहुंची थी, जिसने राजीव के करीब जाकर खुद को बम से उड़ा दिया था। धमाके में राजीव और हमलावर धनु समेत 16 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी
राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल में श्रीलंका में शांति सेना भेजी थी, जिससे तमिल विद्रोही संगठन लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) उनसे नाराज चल रहा था। जिसके बाद 1991 में चेन्नई के पास श्रीपेरम्बदूर में लिट्टे ने राजीव पर आत्मघाती हमला करवाया। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने। राजीव जब प्रधानमंत्री बने, तब उनकी उम्र महज 40 साल थी। वे देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे।