
केरल में मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET) के दौरान लड़कियों से इनवियर उतरवाने के मामले में दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए प्रोफेसर प्रीजी कुरियन और डॉ. शमनाद दोनों ने ही अधिकारियों को ऐसी चेकिंग करने का आदेश दिया था। इससे पहले बुधवार तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं अब इस मामले में गिरफ्तार हुए लोगों की संख्या 7 हो गई है।
5 की पहले हुई गिरफ्तारी
इससे पहले पुलिस इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से तीन महिलाएं परीक्षा कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से थीं, जबकि दो महिलाएं कॉलेज से थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्राओं का आरोप था कि जब वह परीक्षा देकर बाहर निकलीं, तो उन्होंने देखा कि सबके अंडरगारमेंट्स एक ही डिब्बे में रखे हुए थे। इस घटना के बाद छात्राओं ने खुद को प्रताड़ित महसूस किया था।
क्या है पूरा मामला?
केरल के कोल्लम जिले में 17 जुलाई को मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET के एग्जाम के दौरान छात्राओं के अंडरगारमेंट्स उतरवाने का मामला सामने आया था। बताया जा रहा है कि परीक्षा देने पहुंची छात्राओं की चेकिंग के दौरान ब्रा में लगे हुक की वजह से मेटल डिटेक्टर की बीप बज रही थी, जिसके बाद अंडरगारमेंट्स उतरवाए गए थे। लगभग 90 प्रतिशत छात्राओं की ब्रा उतरवाई गई थी। इसके बाद एक छात्रा के पिता ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की थी। उसके बाद ही यह मामला सामने आया था।
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फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन
इस मामले के सामने आने के बाद देशभर में बवाल हुआ। विवाद बढ़ने के बाद अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम गठित कर दी है। टीम को चार हफ्तों में जवाब दाखिल करना है। जानकारी के मुताबिक, फैक्ट फाइंडिंग टीम में NTA की सीनियर डायरेक्टर साधना पाराशर, सरस्वती विद्यालय अरापुर्रा की प्रिंसिपल शैलजा ओ आर, प्रगति अकेडमी केरल की सुचित्रा शामिल हैं।