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खंडवा में किसान ने मुफ्त में बांटा प्याज, लोगों की लगी भीड़; मंडी में उचित भाव नहीं मिलने से हैं परेशान

हेमंत नागले, खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में किसानों ने शहर की सड़कों पर निःशुल्क प्याज बांटी। फ्री में प्याज लेने के लिए सड़क पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। दरअसल, प्याज के गिरते दामों से किसान परेशान हैं। उनके लिए लागत की आधी रकम भी निकालना मुश्किल हो गया है। किसानों को जब मंडी में प्याज के औने-पौने दाम मिलते हुए नजर आए तो उन्होंने यहां बेचने की बजाय प्याज फ्री में बांटना उचित समझा।

उचित दाम नहीं मिलने से किसान परेशान

खंडवा नगर निगम के सामने एक किसान ने प्याज का ढेर लगाकर उसे मुफ्त में बाटने की आवाज लगाई तो यहां लोग फ्री में मिल रही प्याज लेने के लिए टूट पड़े। खंडवा के भेरू खेड़ा का किसान घनश्याम  प्याज की उपज लेकर मंडी पहुंचा था, यहां जब प्याज की कीमत सुनी तो चौंक गया। किसान की प्याज 1 से 3 रुपए किलो तक खरीदी जा रही थी, जबकि किसान का कहना है कि प्याज पर 6 रुपए प्रति किलो की लागत आ रही है। दाम सुनकर किसान पहले चिंतित हुआ और फिर गुस्से में आकर उसने इस प्याज को सड़क पर फेंकने की सोची। लेकिन, फिर वो इस प्याज को लेकर खंडवा नगर निगम चौराहे पर पहुंचा और यहां किसानों के साथ प्याज फ्री में बांट दी। किसान ने कहा कि, प्याज की फसल में प्रति एकड़ 70 से 80 हजार रुपए तक का खर्च आता है। लेकिन, वर्तमान में जो दाम मिल रहे हैं, उससे तो आधी लागत भी नहीं निकल पा रही है। जो लेकर किसान ने सरकार से राहत राशि दिए जाने की भी मांग की है।

मुआवजा नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी !

भाकिसं जिला मंत्री शैलेंद्र जलोदिया ने बताया कि, असमय बारिश से जिले के सैकड़ों किसानों को नुकसान हुआ है। किसान गर्मी में प्याज का भंडारण करता है, लेकिन इस साल ऐसी स्थिति नहीं है। जिला प्रशासन सर्वे में भी प्याज की नुकसानी 10 फीसदी बताई जा रही है, जबकि 50 फीसदी तक नुकसान हुआ है। सही सर्वे कराकर नुकसानी का मुआवजा नहीं मिला तो भाकिसं किसानों के साथ आंदोलन करेगा।

अभी कितना मिल रहा है दाम

जिला उद्यानिकी अधिकारी राजू बड़वाया ने बताया कि, किसानों को प्याज की उपज व फसल दोनों को नुकसान पहुंचा है। आरआई, पटवारी की टीमों ने सर्वे कर तहसीलों में रिपोर्ट जमा की है। रिपोर्ट शासन को भेजने के बाद मुआवजा तय होगा। अभी किसानों को 150 रु प्रति कट्टा दाम मिल रहा है जो कि कम है।

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