
भोपाल/ उज्जैन। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ जिला उज्जैन की अधीक्षिका उषा राज को जीपीएफ घोटाले के चलते हटाया गया। जांच पूरी होने के बाद जेल मुख्यालय ने उषा राज अधीक्षिका को इस मामले में अनियमितता बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से जेल मुख्यालय भोपाल पर अस्थाई रूप से तैनात कर दिया है। जबकि, उनके जगह पर देवास की जेल अधीक्षिका हिमानी मनवारे को अपने कार्य के साथ-साथ अधीक्षिका केंद्रीय जेल भैरवगढ़, उज्जैन का अतिरिक्त प्रभार अस्थाई रूप से सौंपा गया है।
जेल के बाहर मनाया जश्न
अधीक्षिका उषा राज हटाने जाने पर भैरवगढ़ केंद्रीय जेल के बाहर जेल कर्मचारियों के परिवारों ने ढोल बजाकर जश्न मनाया। बता दें कि उषा राज हटाने के लिए तीन जेल कर्मचारियों ने सुरेंद्र मरमट, मोहन और अमित शर्मा ने आमरण अनशन शुरू किया था। कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते से 15 करोड़ से ज्यादा निकालकर हड़प लिए गए। इसके लिए जेल अधीक्षिका उषा राज के लॉगइन पासवर्ड का इस्तेमाल किया था।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) March 18, 2023
जीपीएफ ट्रांजेक्शन में मिली गड़बड़ियां
इस मामले में जिला कलेक्टर द्वारा 11 मार्च को जिला कोषालय, उज्जैन के प्रारंभिक जांच में केंद्रीय जेल के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जीपीएफ ट्रांजेक्शन में गड़बड़ियां मिली। जिसमें से राशि एक ही खाते में ट्रांसफर कर अनियमित फर्जी भुगतान IFMIS सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से किए जाने की जानकारी दी थी। जांच में 13 करोड़ 50 लाख 46 हजार 325 रुपए की राशि का अनियमित भुगतान हुआ था।
इस मामले के सामने आते ही जेल मुख्यालय द्वारा जेल उप महानिरीक्षक (कल्याण) की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति की गई। जिसकी जांच में लगभग 15 करोड़ का अनियमित भुगतान और गबन किया जाना पाया गया।
जेल के लैंडलाइन नंबर खातों में जोड़े थे
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के 100 कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से जेल के सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमन सिंह व शैलेंद्रसिंह सिकरवार ने 15 करोड़ रुपए से अधिक की राशि निकाल ली। आरोपितों ने जेल के लैंडलाइन नंबर खातों में जोड़ दिए थे ताकि इससे गड़बड़ी का पता न चले सके। मामला सामने आने के बाद कोषालय के अधिकारियों ने रिपुदमन सिंह के खिलाफ धारा 420 में केस दर्ज करवाया था। जांच के बाद पुलिस ने शैलेंद्रसिंह सिकरवार को भी आरोपित बनाया है।
देवास जेल अधीक्षिका को सौंपा प्रभार
सूत्रा के मुताबिक, भोपाल से आए जेल डीआईजी मंशाराम पटेल व अन्य सदस्यों ने जांच पूरी कर जेल डीजी अरविंद कुमार को रिपोर्ट सौंप दी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर जेल अधीक्षिका उषा राज को उज्जैन से हटाकर भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। वहीं देवास जेल अधीक्षिका हिमानी को उज्जैन जेल का प्रभार सौंपा गया है।
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