अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया। भारत ने शनिवार को इस मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर से किया गया। यह अग्नि सीरीज की मिसाइलों का एडवांस्ड वर्जन है, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। सतह से सतह पर मार करने वाली इस बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 1000 से 2000 किमी की है। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
Today India successfully testfired the nuclear-capable strategic Agni Prime missile off the coast of Odisha from Balasore. pic.twitter.com/fJWa3j5RVt
— ANI (@ANI) December 18, 2021
अग्नि प्राइम मिसाइल में कई नए फीचर्स जोड़े
अधिकारियों ने बताया कि टेस्ट के दौरान अग्नि प्राइम मिसाइल में कई नए फीचर्स जोड़े गए। गौरतलब है कि बीते दिनों भारत ने ओडिशा के चांदीपुर से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के वायु संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। इससे पहले ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एंटी-शिप वर्जन का सफल परीक्षण किया था। इस मिसाइल का परीक्षण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से किया गया था। वहीं, अगले कुछ दिनों में डीआरडीओ की ओर से और कई बैलेस्टिक और क्रूज सीरीज की अत्याधुनिक किस्म की मिसाइलों का परीक्षण किए जाने की संभावना है।
जानें अग्नि सीरीज मिसाइल और इनकी रेंज
अग्नि-1: इसमें एसएलवी-3 बूस्टर का प्रयोग किया गया है। इसकी मारक क्षमता 700 किमी है। इसमें लिक्विड फ्यूल भरा जाता है। 28 मार्च 2010 में इसका पहला परीक्षण हुआ था। यह मिसाइल अपने साथ परमाणु सामग्री ले जाने में सक्षम है।
अग्नि-2: परमाणु क्षमता वाली इस मिसाइल की रेंज 3000 किमी है। यह अपने साथ 1000 किलो सामग्री तक ले जाने में सक्षम है।
अग्नि-3: अग्नि 3 की मारक क्षमता 3000 किमी तक है. हालांकि इसे 4000 किमी तक भी बढ़ाया जा सकता है। इसे 600 से 1800 किलो तक परमाणु सामग्री से लैस किया जा सकता है।
अग्नि-4: 4000 किमी तक की मारक क्षमता रखने वाली इस मिसाइल की जद में पूरा पाकिस्तान और आधे से ज्यादा चीन आ सकता है। यह भी परमाणु क्षमता वाली मिसाइल है।
अग्नि-5: अप्रैल 2012 को अग्नि 5 का पहला परीक्षण किया गया था। इस मिसाइल के साथ ही भारतीय सेनाएं पूरे चीन को निशाना बना सकने में सक्षम हो गई थी। इसकी रेंज 5500 किमी है, जिसे 7000 किमी तक बढ़ाया जा सकता है।
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